यरूशलम। नया वर्ष आने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं को लेकर एक बार फिर चर्चा होने लगी है। दरअसल भारत के प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी वर्ष 2017 के आखिरी समय में संभाविततौर पर इस्त्रायल की यात्रा पर जा सकते हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री यहां पर भारत और इस्त्रायल के बीच व्यापार, ऊर्जा और वैश्विक आतंकवाद जैसे मसलों पर चर्चा कर सकते हैं।
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यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्त्रायल की यात्रा पर जाते हैं तो भारत के प्रधानमंत्री की यह पहली यहूदी जमीन की यात्रा हो सकती है। इस्त्रालय के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन भारत दौरे पर थे यहां आकर उन्हें सुखद अनुभव हुआ और उन्होंने भारत की कई मसलोें पर सराहना की थी। भारत और इस्त्रायल इन दोनों ही देशों के बीच आपसी संबंध बेहद पुराने हैं।
माना जा रहा है कि मेक इन इंडिया अभियान के अंतर्गत भारत इस्त्रायल को निवेश के लिए प्रोत्साहित कर सकता है। इस मामले में इस्त्रायल मेें भारत के राजदूत पवन कपूर ने कहा है कि भारत और इस्त्रायल आपस मेें रक्षा सहयोग बढ़ा सकते हैं। अक्टूबर 2015 में महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जरूर इस्त्रायल की यात्रा पर गए थे। ऐसे में इस्त्रायल और भारत के संबंध मजबूत हुए थे।
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