यह नोटिस दामोदर सावरकर के रिश्तेदार विनायक दामोदर सावरकर की तरफ से भेजा गया है।
नोटिस में कांग्रेस पार्टी और इसके अधिकारियों से मांग की गई है कि ‘वे नोटिस मिलने के बाद 48 घंटे के भीतर इसी ट्विटर हैंडल के जरिए सावरकर और उनके परिवार से बिना शर्त माफी मांगे।’
दामोदर सावरकर के परिवार के वकील ने क्या कहा
रंजीत दामोदर सावरकर का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से मार्च महीने में जो ट्वीट्स पोस्ट किए गए थे, उनसे वीर सावरकर का अपमान हुआ है। यह नोटिस 16 जून को भेजा गया है और ईटी ने इसकी एक कॉपी देखी है। सावरकर परिवार के वकील हितेश जैन ने कहा, ‘हां, हमने कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को मानहानि का नोटिस भेजा है। यह नोटिस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए उस ट्वीट से संबंधित है जिसमें सावरकर को गद्दार कहा गया था।’
भगत सिंह की पुण्यतिथि 23 मार्च के मौके पर किए गए एक ट्वीट में कहा गया था, ‘भगत सिंह ने ब्रिटिश राज से आजादी के लिए जंग छेड़ी, वीडी सावरकर ने रहम की भीख मांगी, ब्रिटिश राज में एक गुलाम बनने के लिए।’ नोटिस में कहा गया कि कांग्रेस और उसके नेताओं ने ट्वीट के जरिए ‘एक बहादुर, हिम्मतवाले, ईमानदार और महान राष्ट्रवादी नेता का अपमान किया।’
नोटिस में कांग्रेस पार्टी और इसके अधिकारियों से मांग की गई है कि ‘वे नोटिस मिलने के बाद 48 घंटे के भीतर इसी ट्विटर हैंडल के जरिए सावरकर और उनके परिवार से बिना शर्त माफी मांगे।’ ईटी ने जब कांग्रेस से ईमेल के जरिए इस मामले में प्रतिक्रिया मांगी तो वह मिल नहीं सकी।