सहारनपुर। बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के एक जवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए जवान अजय सिंह ने साफ कहा है कि अगर न्याय नहीं मिला तो देश की जगह पर अपने घर की सुरक्षा के लिए हथियार उठा लेगा।
थाना गंगोह के गांव तातारपुर का बीएसएफ जवान अजय सिंह ने कहा है कि मुझे इतना मजबूर मत करो, मैंने सरहद की रक्षा के लिए हथियार उठाए हैं, मगर अब मैं अपने परिवार की रक्षा के लिए हथियार उठाऊंगा, जिसका जिम्मेदार पुलिस-प्रशासन होगा। यह दर्द है उस बीएसएफ जवान का जो सीमा पर देश की रक्षा के लिए मुस्तैद है, लेकिन यहां उसका परिवार खतरे में है। पुलिस रवैये से त्रस्त होकर उसने वीडियो के जरिए यह चेतावनी जारी की है।
अभिनेता इरफान की वर्ष 2013 में प्रदर्शित फिल्म पान सिंह तोमर में पुलिस के रवैये से परेशान होकर जिस तरह से फौजी पान सिंह बागी बना था, उसी राह पर अब थाना गंगोह के गांव तातारपुर का बीएसएफ जवान भी चलने को तैयार है। भारत-बांग्लादेश बार्डर पर तैनात बीएसएफ जवान अजय सिंह ने खुद का वीडियो बनाकर वायरल किया है। प्रधानमंत्री को संबोधित इस वीडियो में अजय सिंह कह रहा है कि मैं सरहद की रक्षा के लिए यहां हथियार लेकर मुस्तैद हूं, मगर वहां (सहारनपुर) पुलिस ने मेरे परिवार को बर्बाद कर दिया है।
पट्टे की जमीन पर लहलहाती फसल पर ट्रैक्टर चलवाकर पुलिस ने कब्जा करवा दिया। मेरे बुजुर्ग पिता को पीटा और तमाम धाराएं लगाकर जेल में डाल दिया। कॉलेज में पढऩे वाली बहनों को वांछित कर दिया। थाना गंगोह पुलिस ने दबिश के नाम पर तोडफ़ोड़ की। अजय सिंह ने वीडियो में ग्राम प्रधान पर भी आरोप लगाए हैं। वीडियो में जवान कह रहा है कि आखिर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, मेरी सुनवाई क्यों नहीं हो रही। वीडियो के अंतिम हिस्से में जवान ने देश तथा प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी जवानों की न सुनने का आरोप लगाया है।
यह था मामला
गांव तातारपुर में पांच जनवरी को बीएसएफ जवान अजय कुमार के पिता सरदारा सिंह , भाई प्रमोद कुमार व अन्य रिश्तेदारों के साथ पुलिसकर्मियों ने अभद्रता करते हुए मुकदमा लिख लिया था। जवान के पिता व भाई को जेल भेज दिया था, जबकि बहनों को वांछित कर दिया।
पुलिस दबंगई का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें दारोगा व सिपाही बर्बरता करते नजर आ रहे थे, लेकिन सीओ गंगोह ने अपनी जांच रिपोर्ट में पुलिसकर्मियों को क्लीनचिट देकर जवान के परिवार के सिर ही सारा दोष मढ़ दिया था। जवान ने सहारनपुर पुलिस करतूत के खिलाफ पहले मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा लेकिन अब तक कहीं से मदद नहीं मिली।
एसएसपी को नहीं मिला वीडियो
एसएसपी बबलू कुमार ने कहा कि बीएसएफ जवान का वीडियो अभी मुझे नहीं मिला है। उसके परिवार के खिलाफ मुकदमा लेखपाल ने लिखवाया है, इसलिए सच्चाई क्या है लेखपाल ही बता सकेगा।
जवान के परिवार के लोगों ने मारपीट की
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है इस जवान के परिवार के लोगों ने लेखपाल के साथ मारपीट की थी। फिर भी जवान को कोई समस्या है तो वह मेरे पास लिखित शिकायत भेजे। जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।