अचानक प्रेगनेंट हो जाना बिना किसी तैयारी के ये तो आम बात होता है लेकिन उनके लिए ये मुश्किल होता है जो कितनी भी मशक्कत करें लेकिन प्रेगनेंट होने की खुशखबरी नहीं दे पा रहे हैं। आजकल तो ट्वीन्स होने की खबर तो हेडलाइन बन जाती है लेकिन क्या उनके बारे में सोचा है जो कंसिव ही नहीं कर पाते हैं। इसके पीछे बहुत सारे कारण होते हैं चलिये इनके बारे में जान लेते हैं-
महिलाओं के लिए फर्टाइल पीरियड का कंसेप्शन बहुत ही जटिल होता है। सामान्यतः स्पर्म में जब शरीर में इंटरकोर्स के दौरान घुसता है तब दो-तीन दिन तक वैजाइनल एरिया में ही रहता है। जबकि फिमेल एग का जीवनकाल 12-24 घंटा का होता है। इसलिए कंसिव होने के लिए ओवुलेशन के समय बार-बार सेक्स करना बेहतर होता है।
2. नॉन-फर्टाइल पीरियड में सेक्स न करने की गलती-
नॉन-फर्टाइल पीरियड में सेक्स करने की गलती न करें क्योंकि इस दौरान बार-बार सेक्स करने से कंसिव करने का चांस बढ़ता है। शायद बार-बार सेक्स करने से शरीर में बदलाव आ जाये और मां बनने की संभावना बन जाये।
3. हाइमन शायद ब्रेक ही नहीं हुआ-
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि पहली बार सेक्स करने या महीनों तक सेक्स करने के बाद भी हाइमन ब्रेक नहीं होता है तो फिर कंसिव होने की संभावना भी शुन्य ही रह जाती है न।
4. सेक्स करने के बाद मास्टरबेट करता है पार्टनर-
अगर आपका पार्टनर सेक्स करने के एक घंटे पहले मास्टरबेट करता है तो सेक्स के दौरान इजाक्युलेट करने में देर होगा। फल ये होगा कि प्रेगनेंट होने का चांस भी कम हो जायेगा।
5. लुब्रिकेंट का करते हैं इस्तेमाल–
अगली बार से लुब्रिकेंट इस्तेमाल करने से पहले सोच लें क्योंकि लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से स्पर्म की गतिशीलता कम हो जाती है जिसके कारण वह एग तक पहुँच ही नहीं पाता है।