नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में टाइगर रिजर्व से निकल कर एक बाघ मल्लर खजूरिया गांव में जा घुसा। बाघ ने राजेश के घर में जा घुसा। उसके बाद चार वर्षिय बेटे पर हमला कर दिया। सूचना पर जब शाम चार बजे दुधवा से वन विभाग की टीम पहुंची। टीम के डॉक्टर उत्कर्ष शुक्ला ने बाघ को ट्रेंकुलाइजर कर बेहोश किया जिसके बाद उसे पिंजरे में बंद किया जा सका। राजेश ने अपने बेटे को बचाने के लिए टाइगर पर साइकिल से हमला किया। जिसके वह उसके पड़ोसी जगदीश के घर में जा घुसा। इस दौरान बाघ को देखने के लिए वहां पर काफी भीड़ जमा हो गई।
सूचना पर महोफ के डिप्टी रेंजर मोबीन आरिफ वन्य कर्मचारियों के साथ वहां पर पहुंचे और एक पिंजरा मंगवाया। बाघ पर वन्य कर्मचारियों द्वारा दो गोले दागे जिससे वह बज्रलाल के घर में चला गया। टीम ने बाघ को निकालने के लिए पिंजरे में एक बकरी बांधी और दीवार तोडऩे का प्रयास किया लेकिन सब विफल।टाइगर रिजर्व डीएफओ कैलाश प्रकाश ने बताया कि शाम चार बजे दुधवा की टीम के डॉक्टर उत्कर्ष ने बाघ को ट्रेंकुलाइजर कर बेहोश किया तब जाकर उसे पिंजरे में बंद किया जा सका।
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