एजेंसी/ नई दिल्ली। वह दिन दूर नहीं जब देशवासियों खासकर किसानों को मौसम की सटीक जानकारी तेजी से मिल सकेगी। अब तक ब्रिटिश सरकार के समय शुरू किए गए तरीके अपनाकर मौसम के बारे में जानकारी इकट्ठा करने वाला देश का मौसम विभाग समय के साथ बदलाव करते हुए अपने आप को हाईटेक बनाने जा रहा है।
केन्द्र सरकार इस अहम काम के लिए 60 मिलियन डॉलर खर्च करके एक सुपर कंप्यूटर खरीदने जा रही है। यह कंप्यूटर यूएस मॉडल पर बना है। ये खास तरह का कम्प्यूटर थ्री डाइमेंशनल तकनीक से भारत में मौसम वैज्ञानिकों तक मौसम की सटीक जानकारी मुहैया कराएगा।
जानकारों के अनुसार मौसम की बेहतर जानकारी से भारत में खेती बाड़ी से होने वाली उपज में करीब 15 फीसदी तक इजाफा हो सकेगा। यही नहीं इससे किसान ये भी जान सकेंगे की किस समय धान बोया जाए या फर्टीलाइजर खेतों में छिड़की जाए ताकि बेहतर पैदावार हो सके।
ये दुनिया में चावल चीनी गेहूं और कॉटन के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक के लिए पैदावार बढ़ाने में सहायक सिद्द होगा।मौसम विभाग से जुडे उच्च अधिकारियो के अनुसार अगर सब कुछ सही रहा तो 2017 में मौसम विभाग पुरानी तकनीको को छोड़ नई तकनीक से मौसम की भविष्यवाणी करने लगेगा।
सुपर कम्प्यूटर को लेकर बताया जा रहा है कि ये वर्तमान समय से 10 गुना तेज काम कर सकेगा।गौरतलब है कि मौसम विभाग मौसम की जानकारी संयुक्त रूप से पांच रीजन्स के लिए जारी करता है राज्यों के लिए नही।
इस वजह से ये जानकारी खेती से जुड़े देशभर के किसानों के लिए ये नाकाफी साबित होती है। अब इस तकनीक से किसानों को भरोसा है कि बेहतर जानकारी मिल सकेगी और उन्हें खेती करने में मदद मिलेगी।