LUCKNOW: सिपाही सीधी भर्ती-2018 को लेकर एक बार फिर खुराफाती तत्वों ने पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड का फर्जी लेटर जारी कर दिया जिससे अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गयी. सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा संपन्न होने के पांच दिन बाद भी फर्जी लेटर वायरल होने का सिलसिला जारी है. शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए भर्ती बोर्ड के एक फर्जी पत्र में कहा गया है कि कतिपय कुछ स्थानों पर विगत 18 और 19 जून को हुई परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से सभी 75 जिलों में हुई परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले ही भर्ती बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर परीक्षा निरस्त होने को लेकर फैल रही सूचना को असत्य ठहराया था.
75 जिलों में नहीं हुई परीक्षा
दरअसल पुलिस भर्ती परीक्षा को निशाना बनाने वाले खुराफाती तत्वों ने फर्जी लेटर में 75 जिलों में आयोजित परीक्षा को निरस्त किए जाने की बात कही है जबकि परीक्षा प्रदेश के 56 जिलों में ही आयोजित की गयी थी. इसके अलावा विगत 22 जून को ही भर्ती बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर इस बाबत सूचना जारी करते हुए कहा कि विगत 18 और 19 जून को हुई परीक्षा को लेकर भ्रामक सूचनाएं दी जा रही हैं कि परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है और अन्य तिथियों में आयोजित की जाएगी. बोर्ड ने इसे पूर्ण रूप से असत्य ठहराते हुए कहा कि किसी भी अधिकारी द्वारा इस तरह की सूचना नहीं दी गयी है.
पहले भी वायरल हुआ फर्जी लेटर
सोशल मीडिया पर इस तरह के फर्जी लेटर जारी होने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी भर्ती परीक्षा को लेकर कुछ लेटर वायरल हो चुके हैं जिनके बाद बोर्ड को इसका खंडन जारी करना पड़ा है. इनमें भर्ती परीक्षा से पहले कुछ जिलों में पेपर लीक होने की संभावना से जुड़ा फर्जी लेटर भी शामिल है. वहीं इससे पहले योगी सरकार में प्रदेश के सभी रोजगार सेवकों की सेवाएं समाप्त करने का एक फर्जी लेटर भी जारी हो चुका है. हैरत की बात यह है कि इस तरह के तमाम फर्जी लेटर जारी होने के बावजूद इसकी गहनता से जांच नहीं शुरू की गयी है.