अगर आप एलईडी टेलीविजन खरीदने की सोच रहे हैं तो सोचिए मत खरीद ही डालिए। क्योंकि एलईडी टेलीविजन के दाम कम हो गए हैं। 22 हजार करोड़ के कारोबार वाला एलईडी टेलीविजन बाजार तीन बड़ी कंपनियों के बीच छिड़े प्राइस वार से जूझ रहा है।एलजी, सैमसंग और सोनी ने टीवी के दाम में करीब 15 प्रतिशत की कटौती कर दी है। बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और ज्यादा से ज्यादा मार्केट शेयर बढ़ाने का होड़ का फायदा अब ग्राहकों को मिल रहा है।
आईटी सेक्टर में 10 लाख लोगों की नौकरियां खतरे में..!छोटे ब्रांड जैसे माइक्रोमैक्स, इंटेक्स, टीसीएल, बीपीएल जैसी कंपनियों से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा की वजह से तीनों बड़ी कंपनियों को टेलीविजन के दामों में कटौती करनी पड़ी। तीन वरिष्ठ उद्योग अधिकारियों ने बताया कि ये कंपनियां 2 हजार से लेकर 10 हजार तक कम दामों में एलईडी टेलीविजन बेच रही हैं।
इसके साथ लोग भी इन ब्रांड के स्मार्टफोन्स की तरह ही इस ब्रांड के टेलीविजन सेट खरीदने में भीा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ये टीवी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से खरीदे जा सकते हैं। इसके अलावा इन ब्रांड्स की तरफ लोगों का रुझान इस वजह से भी है क्योंकि ये ब्रांड हर चार-पांच सालों में अपने टेलीविजन मॉडल्स को बदलते हैं। अपग्रेड टेक्नॉलजी के साथ इनके दाम भी बड़ी कंपनियों से कम होते हैं।
एलजी, सैमसंग और सोनी ये तीनों कंपनियां मिलकर भारतीय एलईडी टीवी बाजार का लगभग 80% हिस्सा नियंत्रित करती हैं, लेकिन अब इंटेक्स, माइक्रोमैक्स जैसे छोटे ब्रांड धीरे-धीरे शेयरों पर कब्जा कर रहे हैं।
अगर आपके पास भी है यह सौ रूपये वाले नोट तो पढ़ लें ये खबर वरना बाद में पछताएंगे
सोनी कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिग स्क्रीन वाले उन टीवी सेटों की कीमतों में सुधार किया गया है जो अब मांग में ज्यादा नहीं है, जिनका समय अब खत्म हो चुका है।
एलजी कंपनी के सीनियर जनरल मैनेजर ऋषि टंडन ने बताया कि एलजी अपना मार्केट शेयर बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा भारत का टेलीविजन मार्केट भी स्मार्टफोन के राह पर चल पड़ा है। प्राइस वार से इस मार्केट में विस्फोट हो सकता है। उन्होंने कहा पिछले एक साल में इस मार्केट में टीसीएल, पोलेरॉयड, कोडक जैसे ब्रांड शामिल हो चुके हैं जबकि ओनिडा और सेनसुई जैसी कंपनियां कीमतें कम करने की होड़ में लगी हुई हैं।