एजेंसी/ मुंबई। पहले से ही अपनी छवि को लेकर संघर्ष कर रही भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया अब अपने विमानों में क्रू को लेकर परेशान है। कंपनी ने क्रू मेंबर्स को चेतावनी दी है कि वो 6 महीने में अपना फिगर शेप सुधारकर आएं नहीं तो उनकी छुट्टी तय है। इस बाबत कंपनी ने डीजीसीए से 6 महीनों की ही मोहलत ली है।
सूत्रों के अनुसार यह कोई बॉडी शेमिंग का मामला नहीं है बल्कि वविमानन कंपनी के 100 से ज्यादा क्रू मेंबर्स ऐसे हैं जो दो साल पहले एविएशन अथॉरिटी द्वारा जारी गाइडलाइन से काफी ज्यादा थुलथुले या हेवी हैं। हाल ही में कंपनी के इस कदम को लेकर एक बैठक भी हुई थी।
इसे लेकर बात करते हुए एयर इंडिया के नए चेयरमैन अश्विनि लोहानी ने बैठक की बात तो मानी लेकिन स्टाफ को निकालने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। एयर लाइंस के प्रवक्ता ने भी ऐसी किसी बात से इन्कार किया है लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हर एयरलाइंस डीजीसीए के इस नियम का पालन करती है जिसमें ज्यादा वजनदार क्रू मेंबर्स को निष्कासित किया जाता है और एयर इंडिया भी इसका पालन करेगी।
मालूम हो कि 4 मई 2014 को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने महिला और पुरुष स्टाफ के आदर्श बॉडी मास इंडेक्स लेकर एक गाइडलाइन जारी की थी। इसके अनुसार अगर को स्टाफ सदस्य चाहे महिला हो या पुरुष अगर अदर्श मानक से ज्यादा वजन का है तो उसे अस्थाई रूप से अनफिट करार दिया जाकर फ्लाइट ड्यूटी से हटा दिया जाएगा।
इसके बाद वो ग्राउंड स्टाफ के रूप में काम कर सकता है। लेकिन इसके बाद भी अगर वो 18 महीने तक वजन कम नहीं करता है तो उसे स्थायी रूप से अनफिट करार दिया जाकर सस्पेंड किया जा सकता है। सरकारी विमानन कंपनी लंबे समय से स्टाफ की कमी से जूझ रही है और ऐसे में उसने इस नियम को लागू करने के लिए थोड़ी मोहलत मांगी थी।
पिछले साल एयर इंडिया ने 125 स्टाफ मेंबर्स को फ्लाइट ड्यूटी से हटाया था लेकिन बाद में इसे स्टाफ की कमी के चलते वापस ले लिया था। अब इस बार फिर लोहानी ने स्टाफ को 6 महीने का वक्त दिया है।