गुजरात चुनाव को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी प्रचार में व्यस्त हैं तो वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सोमवार को राहुल के गढ़ अमेठी के दौरे पर हैं. स्मृति ईरानी का दौर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के आगमन से पहले है और वह यहां शाह के अमेठी दौरे की तैयारियों का जायजा लेने पहुंची हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के 10 अक्तूबर को यहां आ सकते हैं. इससे पहले राहुल गांधी तीन दिन तक अमेठी का दौरा कर चुके हैं.
स्मृति ईरानी रायबरेली सलोन में दलजीत कोरी के घर जाएंगी और अमेठी में राजेश मसाला की मां से भी मुलाकात करेंगी. साथ ही शाहगढ़ में घनश्याम मिश्र से भी मिलने का कार्यक्रम तय है. यहां स्मृति अमित शाह के कार्यक्रम स्थल कौहार का निरीक्षण भी करेंगीं. इसके बाद वह करीब 4 बजे जगदीशपुर स्थित सेल फैक्ट्री का निरीक्षण करने पहुंचेंगी. दौरे पर स्मृति आवास राज्यमंत्री सुरेश पासी के कार्यालय पर कार्यकर्ताओं और पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी करेंगी. पूर्व विधायक स्वर्गीय जंग बहादुर सिंह के घर जा कर उनकी पत्नी से मुलाकात का कार्यक्रम भी है. इसके बाद वह गौरीगंज में दलजीत सिंह के घर पर वह रात्रि भोज में शामिल होंगीं.
अमेठी जिला प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक 10 अक्तूबर को कई योजनाओं और परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होने की संभावना है. इस मौके पर होने वाले कार्यक्रम को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी संबोधित करेंगे. इस मौके पर विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए जाएंगे.
अमेठी पर बीजेपी की टेढ़ी नजर
अमेठी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां राहुल और स्मृति के बीच कड़ा चुनावी मुकाबला देखने को मिला था. चुनाव राहुल जीते थे. राहुल को चार लाख आठ हजार 651 मत मिले जबकि स्मृति ईरानी को तीन लाख 748 वोट हासिल हुए थे. चुनाव हारने के बावजूद स्मृति की सक्रियता अमेठी में बनी रही. बात 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की करें तो बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली और राहुल के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के तहत आने वाली दस विधानसभा सीटों में से 6 पर जीत दर्ज की थी.