रिपोर्ट के मुताबिक वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी को ऑनलाइन हनी ट्रैप के जरिए फंसाया गया है. पुलिस को अभी तक पैसों के लेन-देन की कोई सूचना नहीं मिली है. सूत्रों के मुताबिक ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह दिसंबर में त्रिवेंद्रम गए थे. वहां फेसबुक पर एक पुराने एयरफोर्स कर्मी के जरिए किरण रंधावा नाम की एक आईडी से इनवाइट आया था. किरण से चैटिंग शुरू हुई. कुछ समय बाद फोटो और वीडियो भी शेयर होने लगे. फोन पर बात भी होने लगी.

मारवाह को पटियाला हाउस कोर्ट ने पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया है. राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा होने की वजह से मामले की गहन जांच की जा रही है. स्पेशल सेल ने आरोपी का मोबाइल जब्त कर लिया है. मारवाह ने और कौन से गोपनीय दस्तावेज ISI एजेंट को मुहैया कराए हैं, इस बारे में स्पेशल सेल अभी पता लगा रही है.