उत्तर प्रदेश की ट्रैफिक पुलिस ने एक अनोखी मिसाल पेश की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में इन दिनों यातायात माह के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था की कमान किन्नरों ने संभाल रखी है.बता दें कि नवंबर माह यातायात माह होता है और पूरे महीने ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस सड़कों पर चलने वाले लोगों को यातायात नियमों का पालन करना सिखाती है. राह चलते लोगों को सड़क हादसों से अवगत कराती हैं. इस बार लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के लिए जिला प्रशासन ने किन्नरों को भी शामिल किया है.
हर चौराहे पर खड़े होकर ये किन्नर लोगों को ट्रैफिक के नियम नहीं मानने से होने वाले नुकसान के बारे में सचेत कर रहे हैं. किन्नर दो पहिया वाहनों के स्वामियों को हेलमेट पहनने की जरूरत बता रहे हैं. चौराहे-चौराहे गलियों गलियों में घूमकर किन्नर लोगों को यातायात के नियम का पाठ पढ़ा रहे हैं.
हालांकि उनके साथ समाज के अन्य वर्गों के लोग भी इस अभियान में शामिल हो रहे हैं, लेकिन अभियान के दौरान किन्नर ही आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. पुलिस के इस अनूठे प्रयास से किन्नरों को मुख्यधारा में शामिल करने की पहल के रूप में देखा जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट से लेकर विभिन्न सामाजिक संगठन भी स्त्री-पुरुष की तरह किन्नरों को समाज में बराबरी का हक देने की मांग करते रहते हैं.