Main Slide

सीएम योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालयों में बढ़ती अराजकता पर जताई चिंता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालयों में अराजकता की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि ऐसा होने के लिए जिम्मेदार युवा दरअसल दिग्भ्रमित हो चुके हैं। उनका नेतृत्व वह लोग कर रहे हैं, जिन्होंने कभी देश को अपना नहीं माना, जो अलगाववाद को बढ़ावा देते हैं और युवाओं को गलत जानकारी देकर भटकाने की कोशिश कर रहै हैं। सीएम योगी आदित्‍य नाथ गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रान्त द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में युवाओं से मुखातिब थे। योगी ने कहा कि आज विश्वविद्यालयों में षड्यंत्र करने वालों को जब नायक बनाया जाता है तो मन व्यथित होता है, भारत विभाजन के नारे लगाने वालों को हीरो बनाया जाता है तो चिंता होती है। हालांकि ऐसे ही कुत्सित प्रयासों को जवाब देने के लिए एबीवीपी मुकाबिल है। अपने रचनात्मक प्रयासों से परिषद पिछले 70 सालों से युवाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करता रहा है। योगी ने प्रदेश के युवाओं से आह्वान किया है कि वह अपने पुरुषार्थ के बल पर समर्थ और सक्षम देश का निर्माण करें। सरकार उनके साथ है, हर सहयोग मिलेगा। योगी ने कहा सरकारी संस्थानों से नाम मात्र के शुल्क में शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी युवा एक-दो वर्षों के लिए ही सही लेकिन समाज को अपनी शिक्षा का लाभ दें, अफसोस कि उच्च शिक्षा हो, प्राविधिक शिक्षा हो यह फिर चिकित्सा शिक्षा, युवाओं की प्राथमिकता में सामाजिक सरोकार कम ही देखने को मिलते है। शिक्षण संस्थानों को और एबीवीपी जैसे संगठनों को चाहिए कि युवाओं में इस बाबत भाव का संचरण करें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालयों में अराजकता की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि ऐसा होने के लिए जिम्मेदार युवा दरअसल दिग्भ्रमित हो चुके हैं। उनका नेतृत्व वह लोग कर रहे हैं, जिन्होंने कभी देश को …

Read More »

मिशन लोकसभा 2019 में 40 प्रतिशत सांसदों के टिकट काट सकती है भाजपा

मिशन लोकसभा 2019 में 40 प्रतिशत सांसदों के टिकट काट सकती है भाजपा

भारतीय जनता पार्टी जन अपेक्षाओं पर खरा न उतरने वाले सांसदों को लोकसभा चुनाव में मौका नहीं देगी। इससे तो तय है कि प्रदेश से करीब 40 फीसद सांसदों के टिकट कट सकते हैं लेकिन, दिलचस्प यह है कि 2019 …

Read More »

परमाणु ऊर्जा विभाग में नियुक्त होंगी भारतीय मूल की रीता बरनवाल

आधुनिक रिएक्टरों के विकास में तेजी लाने के लिए एक नये कानून पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही दिन बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऊर्जा मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद पर भारतीय मूल की अमेरिकी महिला को परमाणु विशेषज्ञ नियुक्त करने का फैसला किया है. ट्रंप ने भारतीय मूल की अमेरिकी महिला रीता बरनवाल को ऊर्जा मंत्रालय में सहायक ऊर्जा सचिव (परमाणु ऊर्जा) के तौर पर नियुक्त करने की घोषणा की है. बरनवाल फिलहाल गेटवे फॉर एक्सीलरेटेड इनोवेशन इन न्यूक्लियर (जीएआईएन) पहल में निदेशक के तौर पर काम कर रही हैं. अगर सीनेट से पुष्टि होती है तो सहायक ऊर्जा सचिव के तौर पर बरनवाल महत्वपूर्ण परमाणु ऊर्जा विभाग का नेतृत्व करेंगी. इससे पहले वह वेस्टिंग हाउस में प्रौद्योगिकी विकास एवं अनुप्रयोग की निदेशक के तौर पर काम कर चुकी हैं. वह बेशटेल बेटीस में पदार्थ प्रौद्योगिकी में प्रबंधक रह चुकी हैं. वहां उन्होंने अमेरिकी नौसैनिक रिएक्टरों के लिये परमाणु ऊर्जा में शोध एवं विकास की अगुवाई भी की थी. बरनवाल ने एमआईटी से पदार्थ विज्ञान एवं अभियांत्रिकी में बीए और मिशिगन विश्वविद्यालय से पीएचडी की पढ़ाई की है. वह एमआईटी के पदार्थ अनुसंधान प्रयोगशाला और यूसी बर्कले के परमाणु अभियांत्रिकी विभाग के सलाहकार बोर्ड में भी हैं. ट्रंप ने पिछले सप्ताह परमाणु ऊर्जा नवोन्मेष क्षमताएं अधिनियम पर हस्ताक्षर किया था. इससे अमेरिका में आधुनिक रिएक्टरों के विकास में तेजी आएगी.

आधुनिक रिएक्टरों के विकास में तेजी लाने के लिए एक नये कानून पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही दिन बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऊर्जा मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद पर भारतीय मूल की अमेरिकी महिला को परमाणु विशेषज्ञ …

Read More »

जानिए क्यों भारत से बातचीत करने को बेताब है पाकिस्‍तान

: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उनका देश अमेरिका से भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता शुरू कराने में भूमिका अदा करने का अनुरोध करता है, क्योंकि दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संवाद अभी बंद है. साथ ही उन्होंने आगाह किया कि बातचीत नहीं होने से तनाव और बढ़ सकता है. बहरहाल, कुरैशी ने बुधवार को वॉशिंगटन में बताया कि अमेरिका ने इस संबंध में पाकिस्तान के हालिया अनुरोध को खारिज कर दिया है. इससे एक दिन पहले उन्होंने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से मुलाकात की थी. कुरैशी ने अमेरिकी कांग्रेस द्वारा मुहैया कराए जाने वाले धन से चलने वाले शीर्ष थिंक टैंक यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जब हमने अमेरिका से वार्ता में भूमिका निभाने के लिए कहा- तो हमने क्यों कहा? सिर्फ इसलिए कि हमारे बीच द्विपक्षीय वार्ता बंद है. हम सीमा के पश्चिमी ओर ध्यान लगाना, आगे बढ़ना चाहते हैं जो हम कर नहीं पा रहे हैं क्योंकि हमें पूर्वी ओर (भारत के साथ सीमा पर) मुड़कर देखना होता है. यह कोई अच्छी स्थिति नहीं है.’’ ये भी पढ़ें- नहीं सुधर रहा PAK, चार गुना बढ़ गईं जम्मू में इंटरनेशनल बॉर्डर पर गोलीबारी की घटनाएं उन्होंने कहा, ‘‘अब क्या आप (अमेरिका) मदद कर सकते हैं? उनका जवाब ना था. वे द्विपक्षीय संवाद चाहते हैं लेकिन कोई द्विपक्षीय गतिविधि नहीं है.’’ उन्होंने आगाह किया कि इससे दोनों दक्षिण एशियाई देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है. पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भारतीय नेताओं की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘इस तरह बातचीत बंद होने से तनाव बढ़ता है और वहां से हाल में आए कुछ बयान बहुत मददगार नहीं हैं. तथाकथित सर्जिकल स्ट्राइक और इस तरह की बातों का कोई मतलब नहीं है. यह राजनीति है..वहां चुनाव होने वाले हैं.’’ उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की नई सरकार बातचीत से कतरा नहीं रही है . न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ बैठक रद्द होने का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भारत पीछे हट गया. ये भी पढ़ें- पाकिस्तान ने अपने इस पुराने दोस्‍त को दिया झटका, इस बड़ी परियोजना पर लिया यू-टर्न इसके लिए डाक टिकट जारी कर आतंकवादियों के महिमामंडन और भारतीय सुरक्षाबलों की क्रूर हत्याओं को भारत द्वारा वजह बताए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘अगर भारतीयों के पास कोई बेहतर विकल्प है तो हमारे साथ साझा करें. अगर एक-दूसरे से बातचीत नहीं करने से मुद्दे हल होंगे और क्षेत्र में स्थिरता आएगी तो ठीक है. अगर यह उनका आकलन है तो फिर ठीक है.’’ ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठकों के बाद पाकिस्तान के लिए रवाना होने वाले कुरैशी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दोनों देश एक-दूसरे से बातचीत नहीं कर रहे. बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चलने के भारत के रुख पर एक सवाल के जवाब में कुरैशी ने इमरान खान के एक बयान का हवाला दिया जब वह विपक्ष के नेता थे और नई दिल्ली की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे. तब उन्होंने कहा था कि हमेशा वार्ता को विफल करने वाले तत्व होंगे. कुरैशी ने खान के हवाले से कहा, ‘‘हमेशा वार्ता को विफल करने वाले तत्व होंगे. हमेशा ऐसे तत्व होंगे जो शांति प्रक्रिया को बाधित करेंगे लेकिन जब वे ऐसा करें तो चलिए एक साथ मिलकर उनका मुकाबला करें. वे हमें वापस भेजेंगे लेकिन हमें देखना होगा कि हमारे हित में क्या है, हमारे क्षेत्रीय हित में क्या है. पाकिस्तान के हित में क्या है.’’ इसके बाद जल्द ही उन्होंने कश्मीर का मुद्दा उठा दिया. उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे महसूस करते हैं कि भारत के हिस्से वाले कश्मीर में जो भी गड़बड़ी हो रही है, वह सब पाकिस्तान करवा रहा है तो यह गैर यथार्थवादी नजरिया है.

 पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि उनका देश अमेरिका से भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता शुरू कराने में भूमिका अदा करने का अनुरोध करता है, क्योंकि दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संवाद अभी …

Read More »

आतंकी हाफि‍ज सईद और पाकि‍स्‍तानी मंत्री एक मंच पर बैठे, खुली पोल  

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी नूर-उल-हक कादरी द्वारा इस सप्ताह की गई गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ मंच साझा करते हुए ‘अधिक संवेदनशील होना चाहिए था.’ पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्री कादरी के इस्लामाबाद में एक सभा में लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख सईद के साथ मंच साझा करने के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, ‘मैं स्वदेश जाऊंगा और निश्चित तौर पर उनसे पूछूंगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. हालांकि मुझे बताया गया कि वह कश्मीर में स्थिति का उल्लेख करने को लेकर एक कार्यक्रम था.’ कुरैशी ने अमेरिकी कांग्रेस द्वारा मुहैया कराए जाने वाले धन से चलने वाले शीर्ष थिंक टैंक यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में कहा, ‘इसका लश्कर-ए-तैयबा से कुछ लेना देना नहीं था. वहां अन्य राजनीतिक तत्व थे. वह उनमें से एक था.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उन्हें (कादरी) अधिक संवेदनशील होना चाहिए था, लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि वह उसके (सईद) विचार से इत्तेफाक रखते हैं.’ भारत से बातचीत करने को बेताब है पाकिस्‍तान, फिर अमेरिका से लगाई गुहार कादरी इस्लामाबाद में रविवार को दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल द्वारा आयोजित सर्वदलीय सम्मेलन में सईद के समीप बैठे दिखाई दिए. सम्मेलन की पृष्ठभूमि में एक बैनर में ‘पाकिस्तान की रक्षा’’ लिखा था और उसमें ‘भारत के खतरों’ के साथ-साथ ‘कश्मीर’ का जिक्र था. दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल 40 से अधिक पाकिस्तानी रजानीतिक दलों और धार्मिक दलों का गठबंधन है, जो रूढ़िवादी नीतियों की पैरवी करता है. इंटरनेशनल कोर्ट का बड़ा फैसला, अब दुनिया लाइव देख सकेगी कुलभूषण जाधव केस की सुनवाई कादरी की सईद के साथ उस कार्यक्रम में मौजूदगी भारत के इस रुख की पुष्टि करता है कि अगस्त में प्रधानमंत्री इमरान खान के पदभार ग्रहण करने के बाद भी आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है. कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में गंभीर है. उन्होंने कहा, ‘हम आतंकवाद के आगे घुटने नहीं टेक सकते. हमें उनका मुकाबला करना होगा और इलाकों से खदेड़ना होगा. हमने सफलतापूर्वक यह किया है. यह काम प्रगति पर है, हमें इसे जारी रखना होगा, लेकिन काफी हद तक चीजें बदली हैं.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी नूर-उल-हक कादरी द्वारा इस सप्ताह की गई गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ मंच साझा करते हुए ‘अधिक …

Read More »

 पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक की पत्नी गिरफ्तार, लगे है ये गंभीर आरोप

मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक की पत्नी रोसमा मंसूर पर गुरुवार को अरबों डॉलर के घोटाले के सिलसिले में धन शोधन के आरोप लगाए गए. इस घोटाले की वजह से रज्जाक की पिछली सरकार गिर गई थी. अदालत परिसर में 66 वर्षीय रोसमा ने धनशोधन के 17 आरोपों में अपना गुनाह नहीं कबूला. उसी अदालत परिसर में उनके पति नजीब रज्जाक भी राज्य निधि की कथित लूट के मामले में अलग से एक अदालत में पेश हुए. रोसमा को बाद में 20 लाख रिंगित (483,365 अमेरिकी डॉलर) के मुचलके पर जमानत दे दी गयी और उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करने का आदेश दिया गया. उन्हें किसी भी गवाह से संपर्क करने से भी रोक दिया गया. आरोप साबित होने पर रोसमा को अपना शेष जीवन जेल में बिताना पड़ सकता है. बुधवार को हुई थी गिरफ्तारी मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी रोसमा मंसूर को अरबों डॉलर के घोटाले के सिलसिले में भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी ने बुधवार को गिरफ्तार किया था. बता दें कि इस घोटाले की वजह से पिछली सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था.अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोह द्वारा 1एमडीबी के राज्य कोष की कथित जांच में उनके पति और पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक घेरे में आए हैं और उन पर भ्रष्टाचार एवं धनशोधन समेत दो दर्जन से ज्यादा आरोप लगे हैं.वह जमानत पर हैं. मई में हुए चुनावों में मिली थी शिकस्त मई में हुए चुनाव में प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की अगुवाई वाले सुधारवादी गठबंधन के हाथों रज्जाक को शिकस्त का सामना करना पड़ा था.मंसूर के वकील के. कुमारेंद्रन ने एएफपी को बताया, ‘‘ रोसमा मंसूर को गिरफ्तार कर लिया गया है.’’ उन्हें गिरफ्तार करने से पहले बुधवार को मलेशियाई भ्रष्टाचार रोधी आयोग (एमएसीसी) ने उनसे घंटों लंबी पूछताछ की थी. एमएसीसी ने एक बयान में कहा कि उसने राज्य अभियोजक से मंजूरी लेने के बाद धनशोधन से संबंधित मामले में 66 वर्षीय मंसूर को गिरफ्तार कर लिया है.इसने कहा कि इसके बाद मंसूर को कई आरोपों का सामना करना पड़ेगा.

मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक की पत्नी रोसमा मंसूर पर गुरुवार को अरबों डॉलर के घोटाले के सिलसिले में धन शोधन के आरोप लगाए गए. इस घोटाले की वजह से रज्जाक की पिछली सरकार गिर गई थी. अदालत परिसर …

Read More »

ट्रंप ने भेजा ऐसा अलर्ट, घनघना उठा हर अमेरिकी का मोबाइल फोन

अमेरिका में उस समय लोग हैरान हो गए जब उनके मोबाइल पर "Presidential Alert" लिखा मैसेज आया. स्थानीय समय अनुसार दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर लोगों को यह मैसेज मिला. मैसेज मिलने पर लोग य‍ह सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिर से "Presidential Alert" लिखा मैसेज है क्या? इस मैसेज को इंटिग्रेटेड अलर्ट एंड वॉर्निंग सिस्टम द्वारा भेजा गया था. यह मैसेज अमेरिका में हर उस फोन में पहुंचा, जिसके ऑपरेटर्स ने वायरलैस इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम में रजिस्टर करवाया हुआ था. कई लोगों ने सोचा कि इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भेजा गया है. हालांकि ऐसा नहीं था. यह मैसेज एक ड्र‍िल का हिस्सा था. इसे नैशनल वायरलैस इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम के टेस्ट करने के लिए भेजा गया गया था. मैसेज के साथ यह जानकारी भी भेजी गई कि "THIS IS A TEST of the National Wireless Emergency Alert System. No action is needed." आपको बता दें कि "Presidential Alert" लिखे होने का मतलब है कि कोई राष्ट्र‍ीय विपदा और इसे खासकर फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी की ओर से भेजा गया था. आपको बता दें कि अलर्ट सिस्टम की शुरुआत तत्कालिन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश द्वारा 2006 में हरिकेन कटरीना के आने के बाद शुरू किया गया था. 2005 में हरिकेन कटरीना से भारी तबाही हुई थी. इसे 2012 में लॉन्च किया गया था. बुधवार को पूरे अमेरिका में इसे पहली बार टेस्ट किया गया. पहले इसे 20 सितंबर को टेस्ट किया जाना था हालांकि हरीकेन फ्लोरेंस की वजह से इसे अब टेस्ट किया गया. इस तरह के अलर्ट मैसेज भेजने का तरीका अलग होता है. कई बार तेज आवाज के साथ इसे भेजा जाता है, जिसमें तेज वाइब्रेशन भी होता है. फोन कोई भी मोड में हो यह तेज आवाज के साथ 2 बार अलर्ट मैसेज टोन बजता है. हालांकि ये उन्हीं मोबाइल ऑपरेटर्स के फोन पर आएगा जो पहले से इस सेवा के लिए रजिस्टर्ड हैं. वैसे लोग इस अलर्ट से खुद को बाहर रख सकते हैं हालांकि कुछ सरकारी अलर्ट से वह खुद को बाहर नहीं रख सकते और वह आएंगे ही.

अमेरिका में उस समय लोग हैरान हो गए जब उनके मोबाइल पर “Presidential Alert” लिखा मैसेज आया. स्थानीय समय अनुसार दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर लोगों को यह मैसेज मिला. मैसेज मिलने पर लोग य‍ह सोचने पर मजबूर हो गए कि …

Read More »

इस देश में भूकंप और सुनामी से मचाया हाहाकार, मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर पहुंचा 1,424

इस देश में भूकंप और सुनामी से मचाया हाहाकार, मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर पहुंचा 1,424

भारत ने भूकंप और सुनामी प्रभावित इंडोनेशिया की मदद के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। इसके तहत दो विमानों और तीन नौसैनिक पोतों से राहत सामग्री भेजी गई है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में …

Read More »

उत्कृष्ट योजना के तहत कालका मेल बनी नए कलर की पहली ट्रेन

रेलवे ने ट्रेनों का लुक एंड फील बदलने के लिए पुराने किस्म के डिब्बों वाले यानी आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों का रंग रोगन और सुविधाओं को बेहतर बनाना शुरू कर दिया है. इस कवायद को उत्कृष्ट योजना का नाम दिया गया है. उत्कृष्ट योजना के तहत पहली ट्रेन कालका मेल को नई कलर स्कीम के साथ चलाया जा रहा है. 2000 ट्रेनों के कलर में किया जा रहा है बदलाव बाहर से देखने पर यह ट्रेन एकदम अलग नजर आती है, क्योंकि इसका रंग अब हल्का पीला किया गया है. जिसको लोग पसंद कर रहे हैं, उत्कृष्ट योजना के तहत देशभर में चलने वाली तकरीबन 2000 ट्रेनों की कलर स्कीम में बदलाव किया जा रहा है. कोच में किए गए ये बदलाव उत्कृष्ट योजना के तहत पुराने किस्म के आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों को नई सुविधाओं और रंग रोगन के साथ उतारा जा रहा है. इसके तहत चालू वित्त वर्ष में 640 ट्रेनों को बदला जाएगा. रेलवे बोर्ड के मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल के मुताबिक हावड़ा दिल्ली कालका देश की पहली ऐसी ट्रेन हो गई हैस जिसको उत्कृष्ट योजना के तहत सजाया संवारा गया है. उन्होंने बताया कि पूरी ट्रेन को ग्लासी और कलरफुल विनाइल रैपिंग से सजाया गया है. हर डिब्बे में एलईडी लाइटिंग लगाई गई है. डिब्बों के अंदर स्टेनलेस स्टील पैनलिंग और एंटी स्किड फ्लोरिंग के साथ स्टेनलेस स्टील का डस्टबिन भी रखा गया है. बाथरूम में बड़े-बड़े शीशे लगाए गए हैं. शौचालयों का नवीनीकरण ट्रेनों में हाईब्रिड डिजाइन बायो डायलेट लगाया गया है और इसको स्वच्छ रेल टॉयलेट का नाम दिया गया है. इसमें पूरी कोशिश की गई है नई तकनीक का इस्तेमाल करके दुर्गंध को कम से कम रखा जाए. मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल ने बताया कि कालका मेल को नया रंग रूप देने में 60 लाख रुपये का खर्च आया है. यात्रियों को मिलेगी यह सुविधाएं कालका मेल के स्लीपर क्लास में अंदर का रंग बदला गया है तो वहीं थर्ड एसी, सेकंड एसी, हॉर्स फर्स्ट क्लास में अलग-अलग तरीके की सुविधाएं दी गई हैं. हर डिब्बे में ब्रेल लिपि में दृष्टि बाधित लोगों को सहायता करने के लिए बोर्ड लगाए गए हैं. हर एक डिब्बे के अंदर डिजिटल बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें तमाम तरह की जानकारी रहती हैं. मोबाइल चार्जिंग के लिए यूरोपियन और इंडियन दोनों तरह के स्विच लगाए गए हैं. जिससे लोगों को अपने मोबाइल को चार्ज करने में आसानी रहे.

रेलवे ने ट्रेनों का लुक एंड फील बदलने के लिए पुराने किस्म के डिब्बों वाले यानी आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों का रंग रोगन और सुविधाओं को बेहतर बनाना शुरू कर दिया है. इस कवायद को उत्कृष्ट योजना का नाम दिया गया है. …

Read More »

केरल में अब ‘डे चक्रवात’ का खतरा, 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी

भीषण बाढ़ के बाद केरल पर अब फिर मौसम कहर बरपा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में 6 से 8 अक्टूबर के बीच 'डे चक्रवात' आ सकता है. इससे केरल समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इससे दक्षिण-पूर्वी हिस्से में तूफान या चक्रवात आ सकता है. इसलिए केरल में मछुआरों को 6 से 8 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है. राज्य के 7 जिलों में 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस बारे में केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा है कि मौसम विभाग ने श्रीलंकाई तट के करीब अरब सागर में कम दबाव वाले क्षेत्र के बारे में चेतावनी जारी की है. चक्रवात का केंद्र लक्षद्वीप के तट के पास होगा. इसलिए राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने मछुआरों को 6 से 8 अक्टूबर के बाद समुद्र में नहीं जाने के निर्देश दिए हैं. डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक... मुख्यमंत्री पी विजयन ने आगे बताया कि चक्रवात को देखते हुए मछुआरों को 5 अक्टूबर तक सुरक्षित वापस लौटने की सलाह दी गई है. हमने 7 जिलों में 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के साथ बैठक की है. केंद्र से एनडीआरएफ की 5 कंपनियों को मदद के लिए आने कहा है. कहां-कहां बारिश की संभावना... मौसम विभाग ने तमिलनाडु और केरल के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी गरज के साथ छीटें पड़ने के आसार हैं. बाढ़ से तबाह हो गया था केरल... केरल में कुछ दिनों पहले भारी बारिश और बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई थी. इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी. जबकि केरल का बुनियादी ढांचा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. रिपोर्ट्स के अनुसार, 45,000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर धान, केला, मसाले और अन्य फसलें खराब हो गई थीं.

भीषण बाढ़ के बाद केरल पर अब फिर मौसम कहर बरपा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में 6 से 8 अक्टूबर के बीच ‘डे चक्रवात’ आ सकता है. इससे केरल समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com