टीवी के विज्ञापन
टीवी और फिल्मों में कई ऐसी चीज़ें दिखाई जाती हैं जो असल जिंदगी में बिलकुल भी मैच नहीं होती हैं। लेकिन इस मामले में विज्ञापन भी कुछ पीछे नहीं हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताएंगें जो सिर्फ टीवी के विज्ञापन में ही देखने को मिलते हैं।
फेयरनेस क्रीम
जब कभी लड़कियों को पिंपल या काले रंग की वजह से प्रॉब्लम होती है तो उनकी सहेली या दीदी फेयरनेस क्रीम या खून साफ करने वाला टॉनिक देती हैं। इसका इस्तेमाल करते ही चमत्कार हो जाता है। विज्ञापनों के अनुसार गोरा होने पर ही लड़कियों में कॉन्फिडेंस आता है जबकि असल में ऐसा कुछ नहीं है।
नमक खाकर देशभक्ति
विज्ञापनों की मानें तो देश का नमक खाकर और चाय पीकर ही देशभक्ति जागती है। वो भी किसी एक पर्टिकुलर ब्रांड का नमक खाकर।
पैसों की बरसात
धनवर्षा यंत्र लगाते ही आपके ऊपर पैसों की बरसात सच में होने लगेगी और अचानक अपने आप आपके बैंक अकाउंट में लाखों रुपए आ जाएंगें। भला किसी यंत्र की पूजा करने से पैसों की बरसात कैसे हो सकती है।
फलों का मज़ाक
इनकी मानें तो आम, पान, केला, स्ट्रॉबेरी और अंगूर सिर्फ टॉफी के फ्लेवर नहीं हैं।
डियो का सच
विज्ञापनों में सबसे घटिया बात तो यही दिखाई जाती है कि कोई कद्दू सा लड़का जिसे कोई लड़की कभी भाव नहीं देती वो अचानक से डियो लगाकर हीरो बन जाता है। शक्ल की जगह अब उसके डियो की खुशबू से लोग आकर्षित होते हैं। भला, असल जिंदगी में कभी कुछ ऐसा हुआ है।
पान मसाले का कमाल
विज्ञापनों की मानें तो सारे लोग पान मसाला खाकर ही अमीर बने हैं। बड़े-बड़े सिंगी तक परफॉर्म करके लौटते हैं तो कार में बैठकर पान मसाला ही खाते हैं। अगर ऐसा है तो हर कोई पान मसाला खाकर अमीर ना बन जाए।
ये है वो टीवी के विज्ञापन जो सच से मीलों दूर है
कुछ इस तरह एंटरटेनमेंट और विज्ञापन की दुनिया में लोगों को बेवकूफ बनाया भी जाता है और समझा भी जाता है।