दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल सरकार से हटाए गए मंत्री कपिल मिश्रा के साथ हुई मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. बीजेपी विधायकों ने शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर विधानसभा में हुई घटना का मुद्दा उठाया और मांग की है कि कपिल मिश्रा के साथ मारपीट करने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही बीजेपी विधायक आम आदमी पार्टी के चार विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग भी कर रहे हैं.
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की अगुआई में बीजेपी के विधायक ओपी शर्मा, जगदीश प्रधान और मनजिंदर सिंह सिरसा शुक्रवार को एलजी हाउस पहुंचे. एक घंटे तक चली मुलाकात के दौरान बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के सदन में हुई पूरी घटना को लिखित में एलजी को अवगत कराया.
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि उन्होंने एलजी को न सिर्फ घटना बतायी है, बल्कि उन चार विधायकों के नाम बताए हैं, जिन्होंने अपने साथी विधायक पर हमला किया और मारपीट की. गुप्ता के मुताबिक उन्होंने एलजी से विधानसभा स्पीकर की भी शिकायत की है और कहा है कि स्पीकर का आचरण भेदभाव पूर्ण है, जबकि स्पीकर को निष्पक्ष होकर सदन का संचालन करना चाहिए था.
बीजेपी विधायक ओपी शर्मा के मुताबिक आम आदमी पार्टी के विधायकों के लिए संविधान की मर्यादा कोई मायने नहीं रखती, यही वजह है कि उन्होंने सदन में भी एक विधायक के साथ मारपीट करने से भी चूक नहीं की. ओपी शर्मा के मुताबिक उन्हें एलजी की तरफ से इस पूरे मामले में एक्शन का भरोसा मिला है.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि उन्होंने अपनी शिकायत में इन सभी विधायकों की सदस्यता रद्द करने और स्पीकर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. इसके पहले बीजेपी के चारों विधायक गुरुवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मिल चुके हैं और दिल्ली सरकार की गैरसंवैधानिक गतिविधियों के चलते उसे बर्खास्त करने की मांग कर चुके हैं.
कपिल मिश्रा ने भी ब्लॉग लिखकर मारपीट मामले में तीन विधायकों के खिलाफ एफआईआर कराने की बात कही है, हालांकि आम आदमी पार्टी ने विधानसभा में कपिल के साथ विधायकों की मारपीट के आरोपों को खारिज किया है.