नई दिल्ली में आयोजित 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार मिला। उत्तराखंड की ओर से सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार मिलने पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा यह गौरवान्वित करने वाला है।
उत्तराखंड के लिए गौरव की बात
समारोह के बाद सूचना महानिदेशक तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड का चयन इस पुरस्कार के लिए गौरव की बात है। उत्तराखंड ने बेहद कम समय में अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए यह पुरस्कार प्राप्त किया है। यह पुरस्कार मिलने से उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग को और ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने बताया कि फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई अहम फैसले लिए। इन्हीं फैसलों के चलते राज्य में फिल्म निर्माता निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बन पाया। इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप आज उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
राज्य में शूटिंग के लिए नहीं लिया जाएगा कोई शुल्क
तिवारी ने बताया कि सीएम के निर्देश पर प्रदेश की फिल्म नीति और अधिक आकर्षक बनाई जा रही है। शूटिंग के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के तहत मंजूरी दी जा रही है। राज्य में शूटिंग के लिए कोई शुल्क भी नहीं लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में 1.5 करोड़ रुपये तक के अनुदान की व्यवस्था है। शूटिंग के दौरान पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। स्थानीय सिनेमाघरों में सप्ताह में एक शो क्षेत्रीय फिल्मों का अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है ताकि राज्य में अधिकाधिक फिल्म निर्माता आएं और स्थानीय स्तर पर रोजगार के मौके बढ़ेंगे।
धामी ने जताई खुशी
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, यह पुरस्कार देवभूमिवासियों के लिए गौरवान्वित करने वाला है। सभी को हार्दिक बधाई। राज्य सरकार फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए हरसम्भव प्रयास कर रही है। फिल्म शूटिंग संबंधी अनुमति प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है। फिल्म नीति को और बेहतर बनाया जाएगा।