उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में चल रहे नामों में केवल एक महिला विधायक का नाम चल रहा है। वहीं अब महिलाओं की ओर से किसी महिला विधायक को सरकार की कमान सौंपने की मांग उठाई गई है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीती हैं, लेकिन राज्य में भाजपा का चेहरा रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट खटीमा से चुनाव हार गए। अब ऐसे में नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर चर्चाओं को बाजार गरम है।
हालांकि इसकी भी प्रबल संभावना जताई जा रही है कि पार्टी पुष्कर सिंह धामी को एक मौका और दे सकती है। अब तक पार्टी के नवर्विाचित छह विधायकों द्वारा धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश भी की जा चुकी है।
वहीं यह भी संभवना है कि पार्टी निर्वाचित विधायकों में से ही किसी नए चेहरे को अवसर दे। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की पुत्री और कोटद्वार से नवनिर्वाचित विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण का नाम चर्चा में है।
वर्ष 2012 में भुवन चंद्र खंडूड़ी कोटद्वार सीट से चुनाव हार गए थे और इसी कारण तब भाजपा सरकार बनाने से चूक गई थी। इस बार कोटद्वार सीट से उनकी पुत्री ऋतु ने चुनाव जीता है।
वहीं शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में ऋतु खंडूड़ी के स्वागत के दौरान महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग के समर्थन में नारे भी लगाए। वहीं इस पर ऋतु का कहना है कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं। पार्टी नेतृत्व जो निर्णय लेगा, वह सभी को स्वीकार्य होगा।
कहा कि उत्तराखंड में भाजपा ने मिथक तोड़ा है। इस मिथक को तोड़ने में महिलाओं की बड़ी हिस्सेदारी रही है। लोकतंत्र के पर्व में महिलाओं ने जिस तरह से हिस्सेदारी की, उन्होंने उसके लिए आभार भी जताया। कहा कि भाजपा की जीत महिलाओं की जीत है।
इनका नाम भी चर्चा में
पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट, निवर्तमान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डा धन सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल व बंशीधर भगत के नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में हैं।