हरियाणा की सिरसा पुलिस ने रानियां थाना अंतर्गत गींदड़ गांव से गत 25 सितंबर को एक नाबालिग लड़की के अपहरण और उसकी हत्या के मामले को सुलझाते हुए विनोद नामक युवक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्पित जैन ने शनिवार को बताया कि मामले की गहन जांच के बाद पुलिस असली कातिल तक पहुंची और वह विनोद ही निकला। असल में पुलिस ने वारदात की प्रारम्भिक जांच के बाद ही विनोद को गिरफ्तार किया था, लेकिन मृतका की मां ने अन्य लोगों को साथ लेकर उसे यह कहते हुए उसे छुड़वा लिया था कि वह वारदात वाले दिन उसी के पास था। पुलिस अब मृतक युवती की मां और विनोद के बीच गहरे संबंध होने की बात कह रही है।
डॉ. जैन के अनुसार, पुलिस अब इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लेकर जाएगी ताकि आरोपियों को जल्द सजा मिल सके। उन्होंने बताया की मामले की जांच के लिए ऐलनाबाद के पुलिस उपाधीक्षक जगत सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। टीम ने जांच के दौरान महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए घटना में शामिल दो आरोपीयों विनोद और सुरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आरोपी विनोद का नाबालिग के घर पर लगभग चार साल से आना-जाना था और इसी को लेकर लड़की ने कई बार आपत्ति जताई थी। लड़की को रास्ते से हटाने के लिए आरोपी विनोद ने सुरेंद्र के साथ मिलकर उसका गत 25 सितंबर को अपहरण कर खेत में ले जाकर उसकी हत्या कर दी तथा शव को कुस्सर गांव क्षेत्र में ले जाकर कपास के खेत में फेंक दिया था।
विनोद अविवाहित है तथा गांव में ही खेती बाड़ी का काम करता है। उसके खिलाफ सिरसा जिले के रानियां और शहर थाने में चोरी और डकैती के लगभग सात मामले दर्ज हैं। वह वर्ष 2018 में जेल से बाहर आया था। इसके अलावा सुरेंद्र फर्नीचर का काम करता है। उसके खिलाफ भी चोरी का एक मामला ऐलनाबाद थाने में दर्ज है।