- राज्य सरकार की प्रभावी रणनीति और निरन्तर प्रयासों से प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में: मुख्यमंत्री
- पिछले 24 घण्टों में 2,28,211 कोरोना टेस्ट किये गये, राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 62 लाख 17 हजार 851 कोरोना टेस्ट सम्पन्न
- सभी जनपदों में पीकू व नीकू बेड तीव्र गति से स्थापित किये जाएं, चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्साकर्मियों का प्रशिक्षण कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए
- प्रदेश में अब तक स्वीकृत 552 आॅक्सीजन संयंत्रों में से 275 आॅक्सीजन संयंत्र क्रियाशील कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य पूरी सक्रियता से संचालित करें
- लखनऊ में केरल से लौटे चार लोग कोरोना पाॅजिटिव पाए गए, इन सभी के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराए जाने के निर्देश
- कोविड और नाॅन कोविड मरीजों की मृत्यु होने पर उनके परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो
- 17 अगस्त, 2021 से प्रारम्भ हो रहे राज्य विधान मण्डल सत्र के दृष्टिगत सदस्यों तथा कार्मिकों के कोविड टेस्ट की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए
- अपर मुख्य सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक सभी 04 पुलिस कमिश्नरेट के कार्यों की समीक्षा करें
- तय सीमा से अधिक खाद्य वस्तुओं का संग्रहण किये जाने पर ऐसे जमाखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही की जाए
- गौ-आश्रय स्थलों को सुचारु एवं व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए, प्रत्येक गौ-आश्रय स्थल की एक पशु चिकित्सा अधिकारी व एक राजस्व अधिकारी द्वारा नियमित माॅनिटरिंग की जाए
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार की प्रभावी रणनीति और निरन्तर प्रयासों से प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसके दृष्टिगत उन्होंने कोरोना प्रोटोकाॅल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित किये जाने तथा कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्था को प्रभावी रूप से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 65 नए मामले सामने आये हैं। इसी अवधि में 34 संक्रमित व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 672 है। पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कुल 2,28,211 कोरोना टेस्ट किये गये। राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 62 लाख 17 हजार 851 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में भविष्य के आकलन के दृष्टिगत चिकित्सा सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण का कार्य तेजी से किया जाए। सभी जनपदों में पीकू व नीकू बेड तीव्र गति से स्थापित किये जाएं। चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्साकर्मियों का प्रशिक्षण कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश के लिए अब तक स्वीकृत 552 आॅक्सीजन संयंत्रों में से 275 आॅक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हो गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य पूरी सक्रियता से संचालित किये जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी वैक्सीनेशन सेण्टर पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता रहे। कोविड वैक्सीनेशन के लिए आॅनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में विगत दिवस तक 04 करोड़ 88 लाख 26 हजार 279 कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत दिवस लखनऊ में 11 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें मलिहाबाद क्षेत्र से चार लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं, इनके सम्पर्क में आए लोगों की गहन काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग कराई गई, जिनमें कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया। लखनऊ में केरल से लौटे चार अन्य लोग भी कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं। मुख्यमंत्री जी ने इन सभी के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना के प्रति अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोविड और नाॅन कोविड मरीजों की मृत्यु होने पर उनके परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि 17 अगस्त, 2021 से प्रारम्भ हो रहे राज्य विधान मण्डल सत्र के दृष्टिगत सदस्यों तथा कार्मिकों के कोविड टेस्ट की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में 04 पुलिस कमिश्नरेट का गठन किया गया है। इनके बेहतर परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। इस व्यवस्था से कानून-व्यवस्था में हुए सुधार का आकलन करने के लिए उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक को सभी 04 पुलिस कमिश्नरेट के कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्य वस्तुओं के स्टाॅकिस्ट निर्धारित सीमा तक ही वस्तुओं को संग्रहित करें। यदि तय सीमा से अधिक खाद्य वस्तुओं का संग्रहण किया जाता है, तो ऐसे जमाखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि गौ-आश्रय स्थलों को सुचारु एवं व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए। प्रत्येक गौ-आश्रय स्थल की एक पशु चिकित्सा अधिकारी व एक राजस्व अधिकारी द्वारा नियमित माॅनिटरिंग की जाए।
——–