प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार आज शाम छह बजे होगा। इसमें बिहार से जिन नेताओं के शामिल होने की सम्भावना है उनमें जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और लोजपा से पशुपति कुमार पारस शामिल हैं। दोनों, शपथ ग्रहण से पहले प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचने वाले उन नेताओें में शामिल रहे जिनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है। जेडीयू कोटे से तीन राज्यमंत्रियों के भी शपथ लेने की सम्भावना जताई जा रही है।
हालांकि, जेडीयू की ओर से अभी कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन माना जा रहा है कि उसके कोटे से आरसीपी सिंह बतौर कैबिनेट मंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेडीयू की ओर से चार सीटों की मांग रखी गई थी लम्बी बातचीत के बाद आरसीपी सिंह के बतौर कैबिनेट मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल होने पर सहमति बनी। उधर, एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से पशुपति कुमार पारस का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इससे चिराग को बड़ा झटका लगा है। कल उन्होंने इसके खिलाफ कोर्ट तक जाने की बात कही थी। उन्होंने खुद के नेतत्व वाली पार्टी के असली लोजपा होने का दावा करते हुए पशुपति कुमार पारस को कैबिनेट में शामिल किए जाने को गलत बताया है।
लेकिन पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा पशुपति कुमार पारस को फोन किए जाने के बाद से ही माना जा रहा था कि भाजपा ने लोजपा को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में लोजपा की ओर से पशुपति कुमार पारस ही शामिल हो रहे हैं। पशुपति कुमार पारस लोजपा के संस्थापक और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष दिवंगत रामविलास पासवान के सबसे छोटे भाई हैं। तीन भाइयों में से दो राम विलास पासवान और रामचंद्र पासवान का निधन हो चुका है। सांसद बनने से पहले पारस नीतीश सरकार में मंत्री पद का भी कार्यभार संभाल चुके हैं। वह अलौली विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने पहली बार वर्ष 1977 में विधानसभा का चुनाव जीता था।