वॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वीजा नियमों में बदलाव के चलते अपनी बात को अमेरिका के सामने रखा। मोदी ने H-1B वीजा पर शर्तें कड़ी करने के ट्रंप प्रशासन के इरादे को लेकर भारत की चिंता की ओर इंगित करते हुए अमेरिका से कुशल प्रफेशनल्स की आवाजाही पर ‘तार्किक, संतुलित और दूरदर्शी’ नजरिया अपनाने की अपेक्षा की।
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पीएम ने मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों से बातचीत के दौरान H-1B वीजा का मुद्दा उठाया और इशारों-इशारों में समझा दिया कि भारतीय प्रफेशनल्स पर पाबंदी सही कदम नहीं होगा। यह पहली बार है जब इस मुद्दे पर मोदी की चिंता सार्वजनिक की गई है। पीएम ने प्रेजिडेंट डॉनल्ड ट्रंप की बहुचर्चित चुनावी वादों में एक से विचलन की ओर इंगित किया है।
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पीएम मोदी ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की समृद्धि में भारत की भूमिका का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रफेशनलों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान किया है और वो कानून का पालन करने वाले एवं समाज में घुल-मिलकर रहने वाले लोग हैं। प्रधानमंत्री के इस बयान को इस रूप में देखा जा सकता है कि H-1B वीजा एकतरफा फायदेमंद नहीं है जिससे सिर्फ अमेरिका जानेवाले भारतीय ही लाभान्वित होते हैं।