भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पडोसी देश के हितो और संप्रभुता के ख्याल रखने को लेकर दिए गए सुझाव पर चीन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, और इस बात का स्वागत भी किया है. साथ ही चीन ने साफ़ करते हुए मसूद अहमद और NSG के मुद्दे पर अपना स्टेण्ड नहीं बदलने की बात भी कही है. इसके आलावा चीन ने कहा की वह चीन-पाक आर्थिक गलियारे पर भी अपनी राय को नहीं बदलेगा.
बुधवार को चीन के विदेश मंत्रालय की और से कहा गया कि भारत और चीन को अपने रिश्ते को मजबूत करना चाहिए. वही मसूद अजहर और NSG मुद्दों को दोनों देश के रिश्तो में बाधा नहीं बनने देना चाहिए. अपने बयान में आगे बोलते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा चीन और भारत के रिश्तो में ये दो मुद्दे नहीं आना चाहिए. हमें भविष्य की और देखना चाहिए और आपसी सहमति एक लिए साझा मुद्दे तलाशने चाहिए.
साथ ही हमें सजा हितो के लिए काम करना चाहिए. लेकिन उन्होंने कहा कि चीन-पाक आर्थिक गलियारे पर उनकी नीति नहीं बदलेगी. आपको बता दे कि भारत की NSG में सदस्यता लेने की कोशिश पर चीन ने पिछले साल पानी फेर दिया था. और संयुक्त राष्ट्र से मसूद और उसके आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर बैन की कोशिशों पर भी चीन ने तंग अढाई थी.