मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज आपातकाल दिवस पर अलग ही मूड में थे। लखनऊ के गन्ना संस्थान के प्रेक्षागृह में संस्कार भारती के सम्मान समारोह में उनके निशाने पर आपालकाल का दौर था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस समारोह में बिना किसी का नाम लिए इशारे-इशारे में कांग्रेस तथा विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस देश के अंदर किस प्रकार की स्थितियां हैं, आज तो आपातकाल थोपने वाले लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं। यह दिख भी रहा है कि जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी है वह सदाचार का प्रवचन कर रहा, जो जितना बड़ा जातिवादी है वह सामाजिक न्याय की बात कर रहा और जो जितना बड़ा साम्प्रदायिक है वह मानवतावादी होने का प्रवचन कर रहा है। इन विरोधाभासी स्तिथियों का जवाब देने की तैयारी करनी होगी अन्यथा हम भी इसकी भुक्तभोगी होंगे। आज के ही दिन 1975 के देश पर आपातकाल थोपा गया, जिन विभूतियों को सम्मानित किया गया उन्होंने आपातकाल सहा है। आरएसएस के दो वरिष्ठ प्रचारकों को सम्मान मिलना गर्व की बात, व्यक्ति के सम्मान से संस्थान भी सम्मानित होता है। कला और शिक्षा के क्षेत्र में बाबा योगेंद्र और ब्रह्मदेव ने पूरा जीवन समर्पित किया है, शिक्षा राष्ट्रीयता से ओतप्रोत हो ये लक्ष्य हमारा होना चाहिए।