फ्रांस के विदेश मंत्री जीन युवेसले ड्राइन ने कहा है कि उनका देश यूरोप में भारत का सबसे बड़ा रणनीतिक साझेदार बनने का इच्छुक है। ड्राइन ने कहा कि दोनों देशों के बीच की रणनीतिक साझेदारी की यह 20वीं वर्षगांठ है। भारत व फ्रांस के बीच के संबंध बहुत गहरे हैं। उनका कहना था कि उनका आत्मिक जुड़ाव भारतीयों के साथ है। दोनों के बीच पिछले कई सालों से 8-9 अरब यूरो का कारोबार हो रहा है। इसे बढ़ाकर 15 अरब यूरो करने पर दोनों देशों के बीच सहमति बनी है।
ध्यान रहे कि रोम की यात्रा समाप्त करने के बाद भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सोमवार को पेरिस पहुंची थीं। 24 घंटे के प्रवास के दौरान उनकी फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों व उनके विदेश मंत्री जीन युवेसले ड्राइन से भी मुलाकात हुई। फ्रांस में रह रहे भारतीय लोगों के समूह से स्वराज ने कहा था कि मोदी-मैक्रों के बीच के विशेष संबंधों के चलते ही दोनों देशों के बीच कई अहम करार हुए हैं। स्वराज ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने पर चर्चा की।