उत्तर प्रदेश की एनकाउंटर पुलिस को क्या तनाव होने लगा है? इस तनाव को दूर करने के लिए उसे धर्मगुरुओं का सहारा लेना पड़ रहा है. फैजाबाद में पूरा पुलिस अमला तनाव को दूर करने के लिए एक धर्मगुरु का प्रवचन सुनता दिखा.
उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का जमावड़ा लगा था. यहां एक धर्मगुरु के प्रवचन का कार्यक्रम था. धर्मगुरु भी एकदम मॉडर्न. नाम है स्वामी धर्मबंधु जो रहने वाले तो उड़ीसा के हैं. लेकिन इनकी कर्मभूमि है गुजरात. गुजरात के राजकोट में इन्होंने वैदिक मिशन ट्रस्ट की स्थापना की है, वहां से आए स्वामी धर्मबंधु इन्हें अपराधियों से निपटने, मानसिक तनाव घटाने और मनोबल बढ़ाने का ज्ञान दे रहे थे.
स्वामी धर्मगुरु ने अपने प्रवचन में कहा कि जिस काम को करने से अगर खुशी मिलेगी तो उस व्यक्ति को कभी स्ट्रेस नहीं होगा. लेकिन काम करने से अगर दुखी होंगे और दुखी मन से करेंगे तो कोई इलाज नहीं मिलेगा.
दरअसल क्या सच में यूपी की एनकाउंटर पुलिस इतने तनाव में है कि उसे धर्मगुरु के उपदेश दिए जा रहे हैं? अगर ऐसा है भी तो फिर गुजरात के ही स्वामी क्यों? और फिर इतने बड़े कार्यक्रम की इजाजत किसने दी? कहीं योगी राज में यूपी पुलिस का भी भगवाकरण तो नहीं हो रहा है?
फैजाबाद के एसएसपी मनोज कुमार खुलकर नहीं कह रहे कि आदेश किसकी तरफ से था. लेकिन इतना समझना मुश्किल नहीं कि ऐसे कार्यक्रम बिना ऊपर के आदेश या जानकारी के नहीं हो सकते जहां जिले की पुलिस ड्यूटी छोड़कर प्रवचन सुनने बैठ जाए.