नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर में बीजेपी की करारी हार के बाद विपक्षी खेमा सक्रिय हो उठा है. उपचुनाव नतीजे आते ही नेताओं के बीच मेल मुलाकातों का सिलसिला तेज हो चला है. इसी सिलसिले में चुनाव नतीजों की बुधवार शाम को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की. इसे 2019 से पहले एनडीए के खिलाफ कांग्रेस की मोर्चेबंदी की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
2019 में बीजेपी से मुकाबले के लिए राहुल गांधी ने कवायद तेज कर दी है. इसी के तहत अब वह समान विचारधारा वाली पार्टियों से मिल रहे हैं. बुधवार शाम को राहुल ने शरद पवार से मुलाकात कर एकजुटता का संदेश दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल ने पवार के घर पर जाकर उनसे मुलाकात की. राहुल टीएमसी प्रमुख और प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से भी मुलाकात करने वाले हैं जब वह 28 मार्च को दिल्ली आएंगी. ममता भी बीजेपी के खिलाफ एक मोर्चा बनाने की वकालत कर चुकी हैं.
शरद पवार से राहुल की ये मुलाकात सोनिया गांधी की डिनर पार्टी के एक दिन बाद हुई है. इसी दिन यूपी उपचुनाव के नतीजे भी घोषित हुए जिसमें बीजेपी को करारा झटका लगा. सोनिया की इस पार्टी में करीब 20 दलों के नेता शामिल हुए थे.
बता दें कि सपा ने केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी को करारा झटका देते हुए गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल की है. इन परिणामों ने बीजेपी को इस गठजोड़ के खिलाफ नए सिरे से रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया है. इसी के साथ विपक्ष भी सक्रिय हो उठा है. माया-अखिलेश गठजोड़ ने विपक्ष को एक सात आने का संदेश दे दिया है. बीजेपी के खिलाफ एक मंच पर आने की कवायद कई बार की गई लेकिन सिरे नहीं चढ़ सकी. माया-अखिलेश ने साथ आकर इसे सच कर दिखाया और नतीजा सबके सामने है.
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