एक तरफ जहां बेटियां देश दुनिया में नाम रौशन कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग हैं जो इन्हे सिर्फ एक आबजेक्ट समझते हैं। कुछ लोग इन्हे बोझ की तरह देखते हैं। हरियाणा जैसा राज्य जहां बेटियों की बेहद कमी हैं, वहां से मिस वर्ल्ड खिताब जीतकर मानुषी छिल्लर ने देश दुनिया में नाम रौशन किया है। वहीं बेटियों को लेकर कोई न कोई ऐसी घटना सामने आ जाती है। जिससे सोचने पर मजबूर होना पड़ता है, कि क्या यही हैं हमारा देश जहां बेटियों के साथ ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। यूपी के सीतापुर जिले से एक ऐसी ही घटना सामने आई है। जहां दो सगी बहनों बच्चियां ऐसी हालत में मिली हैं कि आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे की ऐसे कैसे हो सकता है।
सीतापुर के हरगांव इलाके के पास गुजरने वाली सूखी नहर में पुलिस को एक संदिग्ध बैग मिलने की सूचना मिली। जिसके पुलिस ने उसे खोलकर देखा तो उसमें एक करीब 10 साल की मासूब बच्ची का शव भरा था। कातिल ने उसके साथ मारने से पहले ऐसी हैवानियत की होगी किसी को अंदाजा भी नहीं था। क्योंकि बच्ची जब बाहर निकाली गई तो उसका मुंह टेप से चिपका हुआ था। हाथ और पैरों में पिटाई के नीले निशान थे।
पहली लाश मिलने के बाद पुलिस जांच में जुटी ही थी की उसी तरह एक और लाश मिलने की सूचना आ गई। सूचना मिली की घटना स्थल से 3 किलोमीटर दूर एक बैग पड़ा है। जिसमें कुछ संदिग्ध चीज हो सकती है। इसपर पुलिस के आलाधिकारी यहां भी पहुंचे। जब उन्होंने बंद बैग को खुववाया तो सन्न रह गए। क्योंकि इस बार भी उन्हें बैग के अंदर से एक बच्ची का शव मिला। दोनों बच्चियों के शव पर गहरे चोट के निशाने मिलने से पुलिस को ये समझते देर न लगी, कि दोनों बच्चियों की मौत के तार एक ही कनेक्शन से जुड़े है।

जांच में जुटी पुलिस ने मासूम बच्चियों की लाशों की शिनाख्त कर ली। पता चला, दोनों बच्चियां शहर कोतवाली इलाके के गदियाना मोहल्ले की रहने वाली थी बच्चियों की शिनाख्त उनके मामा की निशानदेही पर हुई। शवों की शिनाख्त होने के बाद पुलिस हरक
त में आई पुलिस की पूछताछ के बाद बच्चियों के मामा ने बताया की दोनों की मां यानी उसकी बहन भी लापता है। नहर में मिली बच्चियां आरना व आराध्या हैं जिनकी बेरहमी के हत्या की गई थी।
कातिल ने हत्या से पूर्व दोनों बहनों को अगवा करने फिर उनके मुंह पर दो इंच चौड़ा टेप लगाकर दोनों के मुंह व चेहरा बंद कर दिया। जिससे उनका दम घुटने से मौत हो गई। लेकिन सवाल अब भी खड़ा है आखिर क्यों किया गया दोनों बच्चियों का कत्ल और उनकी मां कहा है।
पहली आरना की थी जिसकी उम्र करीब लाश 12 साल होगी। उसने काली जींस, लैगी, लाल स्वेटर, दो इनर पहन रखे थे। साथ ही स्लेटी बनियान, गुलाबी सैंडल, छींटदार काले मोजे पहने थे। इसके बाद मिला दूसरा शव आराध्या का था। जो आरना के शव से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर मिला। जिसकी उम्र तकरीबन नौ साल है। उसने काले दस्ताने, काला इनर, काली जाकेट, लाल स्वेटर, बनियान, लैगी, मोजे आदि पहन रखे थे।
जिस तरह से योजना बनाकर दोनों मासूम बेटियों का पहले कत्ल किया गया, फिर कत्ल के अंजाम से खुद को बचाए रखने के लिए कातिलों ने बड़ी ही चालाकी से उनकी लाशों को ठिकाने लगाने के प्रयास किए, वह बेहद शातिराना लगते हैं। हत्यारे बड़े ही चालाक व शातिर लगते हैं। लाशों को पहले बोरी में लपेटा गया। उसमें नमक रखा गया, फिर बैग में बंदकर उसमें दो ईंटें भी रखीं गईं। इसके पीछे शायद शातिरों की यही मंशा होगी, कि नमक से शव जल्द ही सड़-गल जाएंगे और ईंट इस लिए रखी कि नहर में शव उतराएंगे नहीं, लेकिन उनको शायद यह नहीं पता था कि जिस नहर में वह लाशों को ठिकाने लगाने जा रहे हैं, उसमें पानी नहीं है।
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