लेकिन ट्रंप का गुस्सा आतंकवाद के पोषक देश पर अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। व्हाइट हाउस के मुताबिक, अगर पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी जैसे आतंकी नेटवर्क पर अंकुश नहीं लगाता तो अमेरिका के पास अन्य कई विकल्प मौजूद हैं।
ट्रंप प्रशासन के उच्च अधिकारी ने कहा ‘पाकिस्तान से डील करने के लिए हमारे पास सैन्य मदद रोकने के अलावा भी कई अन्य विकल्प मौजूद हैं। लेकिन फिलहाल उन विकल्पों के बारे में नहीं बताया जा सकता। किसी को भी यह नहीं समझना चाहिए की हम कमजोर हैं, लेकिन फिर भी हम पाकिस्तान के साथ सहयोग चाहते हैं।’
बता दें कि अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को दी जाने वाली 7 हजार करोड़ की सैन्य मदद पर पहले ही रोक दी गई है। अमेरिका ने कहा कि जब तक पाकिस्तान अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता, तब तक सैन्य मदद को पूरी तरह रोक दिया गया है।
अमेरिका का आरोप है कि पाकिस्तान आज तक आतंक के खिलाफ लड़ाई को लेकर मूर्ख बनाता आया है। साथ ही वह तालिबान के खिलाफ एक्शन में फेल रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हिथर नॉर्ट ने कहा, “आज हम पाकिस्तान को दी जाने वाली सुरक्षा सहायता को निलंबित कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को तभी फंडिंग मिलेगी जब वह आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सख्त एक्शन ले।