क्या आप यकीन करेंगे कि धरती पर एक ऐसा अनोखा गांव है जहां सीटी मारने पर युवतियां सुनती हैं और फिर पलटकर ऐसे ही जवाब देती हैं। हैरानी हुई न जानकर….हैरानी हो भी क्यों नहीं, दुनिया में जहां महिला को सीटी से एलर्जी होती है और मिनटभर में ऐसी किसी की ऐसी हरकत पर उनका पारा हाई हो जाता है वहीं इस गांव में महिलाओं को इस पर बुरा नहीं लगता। ताज्जुब है….
दरअसल दुनियाभर में हजारों भाषाएं बोलकर बात की जाती हैं, लेकिन इस गांव में बात करने के लिए विसल(सीटी) ही लैंग्वेज है।
ये अनोखी भाषा यहां ‘बर्ड लैंग्वेज’ कहलाती है। उत्तरी तुर्की में काले सागर के क्षेत्र के पास ‘कुसको’ नामक अपनी इस खास भाषा का लिए विख्यात है।
जी हां, यहां गांववाले सीटी बजाकर आपस में बातचीत करते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि लोग जब सीटी बजाते होंगे तो ये कैसे समझ में आता होगा कि कौन किसको बुला रहा है और किस से बात करना चाह रहा है..? गांव में तो बहुत से लोग रहते होंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी कि गांववालों ने यहां सीटी के तरीको में ही एक-दूसरों को नाम दिए हुए हैं। सबके नाम अलग-अलग तरीकों की सीटी की आवाज पर रखें गए हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं बात कहने के लिए भी सांकेतिक सीटी को ही भाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। बड़े कमाल की बात ही कि इस गांव में सदियों से इस भाषा का इस्तेमाल हो रहा है। गांव के लोगों को यह भाषा उनके पूर्वजों से मिली है।
यहां 10 हजार से भी ज्यादा लोग इस भाषा में बातचीत करते हैं। इस भाषा को पक्षी भाषा का नाम दिया गया है। सबसे बड़ी बात तो ये कि यूनेस्को ने इस भाषा को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया है। तो देखने चाहेंगे कि यहां गांव वाले कैसे करते हैं बात..?