स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट माना में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए 9 करोड़ की लागत वाले दो फायर फाइटर (क्रेस फायर टेंडर-सीएफटी) व्हीकल शुक्रवार को एयरपोर्ट पहुंच गए। अत्याधुनिक उपकरणों से लैस फायर फाइटर्स का निर्माण ऑस्ट्रिया में हुआ है।
देशभर के 15 एयरपोर्ट में इन वाहनों की सप्लाई हुई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने खरीदकर एयरपोर्ट को दिया है। ये कम्प्यूटर मॉनिटर सिग्नल से ऑपरेट होंगे। इस वाहन की खास बात है कि आगजनी की सूचना पर मौके पर पहुंचते ही ये एक्शन में होंगे। 3 मिनट में आग पर काबू पा लिया जाएगा।
‘नईदुनिया’ टीम एयरपोर्ट पहुंची तो ट्रेलर से अनलोड किया जा रहा था। कंपनी के इंजीनियर अमित शर्मा ने टीम को कॉकपिट यानी ड्राइवर सीट पर बुलाया और तमाम जानकारियां दीं। ड्राइवर सीट के पास एक कम्प्यूटर मॉनिटर सिस्टम लगा हुआ है। मौके पर पहुंचते ही इसके जरिए ऑपरेशन इंचार्ज उपकरणों का इस्तेमाल करना शुरू कर देगा। एक क्लिक पर 9100 लीटर पानी, 1200 लीटर फोम, 250 किलो पाउडर आग पर बरस पड़ेगा। इस फायर टेंडर में 4 क्रू मेंबर के बैठने की जगह है। 95 फीट दूर तक पानी फ्लो होगा।
नो क्लच, नो गेयर व्हीकल
एयरपोर्ट की एमटी ब्रांच के सुपरवाइजर इंचार्ज के. श्री ने इसे ट्रेलर से उतारा और ड्राइव कर एयरपोर्ट ले गए। फायर टेंडर में न तो क्लच है न ही गेयर। यह ऑटोमेटिक ऑपरेटिव सिस्टम से ड्राइव होता है।
फ्रंट, बैक कैमरे
फायर टेंडर में फ्रंट और बैक में 2 हाई क्वालिटी कैमरे दिए हुए हैं। ये सामने-पीछे के हर व्यू को ड्राइवर के सामने लगी स्क्रीन पर डिस्प्ले करेंगे। घटना के समय इनकी जरूरत पड़ेगी।