दुनिया में मेट्रो ट्रैफिक की पहली त्रिस्तरीय व्यवस्था वाले जयपुर में अब राज्य का सबसे बड़ा बस टर्मिनल बनने जा रहा है।
परिवहन मंत्रालय की घोषणा के बाद अजमेर रोड पर जयपुर डवलपमेंट अथॉरिटी (जेडीए) ने 46 हजार वर्गमीटर जमीन मार्क की है। इसके साथ ही अजमेर और उदयपुर सहित अन्य संभाग मुख्यालयों पर भी राज्य सरकार बस टर्मिनल बनाने की तैयारी में जुट गई है। राजधानी में डॉ. विश्वैश्वरैया के मूर्ति अनावरण के दौरान परिवहन मंत्री यूनुस खान ने राज्य सड़क विकास निगम भवन में कहा कि इस प्रोजेक्ट के संचालन की कमान नवगठित बस टर्मिनल डवलपमेंट अथॉरिटी संभालेंगी। भाजपा की सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर 13 दिसंबर को इसका शिलान्यास हो सकता है।
जयपुर स्थित सिंधी कैंप बस स्टैंड राज्य के व्यस्ततम बस स्टेशंस में से एक है। शहर में अभी 400 सिटी बसें चलती है, जिनमें रोजाना 1.80 लाख लोग सफर करते हैं। वहीं, दो डिपो भी हैं- सांगानेर एवं विद्याधर नगर। जाहिर है, अजमेर रोड़ पर नया बस टर्मिनल बनने से काफी चेंज आएगा, छोटे स्टैंडों पर जाम-भीड़ से मुक्ति मिलेगी। यहां राज्य का सबसे बड़ा बस टर्मिनल राज्य के अन्य कई बस टर्मिनलों के साथ शुरू होगा।
राजधानी के अलावा बस टर्मिनल कस्बों में भी विकसित होंगे। इसके साथ ही लोक परिवहन सेवा में और विस्तार होगा। इसके लिए और नए रूट खोले जाएंगे। अजमेर और उदयपुर सहित अन्य संभाग मुख्यालयों पर तैयारी शुरू हो गई हैं।
जयपुर मेट्रो दुनिया की पहली ऐसी मेट्रो है जिसके नीचे से फ्लाईओवर और सड़क गुजरते हैं। बेशक, अभी नौ स्टेशन हैं लेकिन भविष्य में अजमेर रोड के आस पास का एरिया ज्यादा पॉपुलर हेागा। शहर में अभी 60 लो फ्लोर एसी बसें चलती हैं। टर्मिनल बनने से यह संख्या और बढ़ेगी।