नोट का बेस कलर ब्राइट येलो है। नोट पर आगे गांधी जी तस्वीर होगी, जबकि पीछे के हिस्से पर सांची का स्तूप है। इस नोट पर अंग्रेजी और देवनागरी लिपि में 200 लिखा है। आरबीआई को उम्मीद थी कि नए नोट को लोग हाथों-हाथ ले लिया। शुरुआत में आरबीआई ने केवल 50 करोड़ नोट छापे थे, ताकि इनकी पूरे देश में कमी न हो।
100 और 500 के बीच नहीं है कोई करेंसी नोट
100 और 500 रुपये के नोट के बीच कोई नोट नहीं है। इस कारण से लोग इस नए करेंसी नोट का ज्यादा प्रयोग करने लगे हैं। छोटे खर्चों को पूरा करने के लिए इस नोट का ज्यादा प्रयोग हो रहा है। नोटबंदी से पहले 500 के 1,717 करोड़ नोट थे और 1000 के 686 करोड़ नोट थे। SBI की रिसर्च के मुताबिक नोटबंदी के बाद बड़े नोटों के शेयर में 70 फीसदी की कमी आई है।
नोट के सामने के हिस्से पर अंकों में 50 लिखा है, साथ ही देवनागरी में भी 50 अंकित है। नोट के बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर है और महीन अक्षरों में आरबीआई और भारत व इंडिया भी लिखा है।
नोट के सुरक्षा धागे पर भारत और RBI अंकित होगा और इसके दाहिने हिस्से पर अशोक स्तंभ बना है। आरबीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार नोट के पिछले हिस्से में बाई ओर नोट प्रिंटिंग का साल होगा।
इस हिस्से में स्वच्छ भारत का लोगो व नारा तथा लैंग्वेज पैनल और हम्पी के रथ की तस्वीर है। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने यह कदम ट्रांजेक्शन को आसान बनाने के लिए उठाया गया है।
इसके साथ ही नोट के सिक्योरिटी फीचर्स की टेस्टिंग भी की जा चुकी है। पिछले साल 8 नवंबर को सरकार ने नोटबंदी की घोषणा की थी। सरकार की ओर से 500 और 1000 के नोटों की मान्यता को खत्म कर 500 और 2 हजार के नए नोटों को प्रचलन में लाया गया था।