इटावा। समाजवादी पार्टी के सबसे बड़े परिवार की होली जिले के सैफई में काफी विख्यात है। इस बार तो होली बेहद ही रंगीन तथा निराली हो गई। सैफई में होली के एक मंच पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव एक साथ दिखे। इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने पैर छूकर अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव का आशीर्वाद भी लिया।
इटावा के सैफई में कल समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का परिवार होली खेलने एक मंच पर दिखाई दिया। मंच पर अखिलेश यादव के साथ शिवपाल यादव को देखने के बाद तो वहां पर लोगों का उत्साह दोगुना हो गया। वहां पर बड़ी संख्या में एकत्र कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में अखिलेश- शिवपाल यादव जिंदाबाद के नारे भी लगाए। मंच पर लगे पोस्टर में केवल अखिलेश और मुलायम की फोटो थी शिवपाल की नहीं। उसके बाद अखिलेश ने बैनर हटावा दिया। इस मौके पर सपा समर्थकों की होली की खुशी और दोगुनी हो गई जब शिवपाल सिंह यादव भी होली खेलने अपने बेटे आदित्य यादव के साथ मंच पर पहुंचे।
वहां मंच पर पहुंते ही अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। समाजवादी पार्टी में चल रही घरेलू कलह के बीच यह पहला मौका था जब पूरा परिवार एक साथ इकट्ठा हुआ। चाचा-भतीजे ने एक साथ मंच साझा किया। पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सैफई वालों के फूलों की होली खेली। इस मौके पर एक मंच पर साथ बैठकर सभी ने एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी। सैफई में एक जमाने में कुर्ता फाड़ होली खेली जाती थी। बाद में मुलायम सिंह यादव ने कुर्ता फाड़ होली के स्थान पर फूलों की होली की नई परंपरा की शुरूआत की। सैफई में मुलायम सिंह यादव के परिवार के साथ गांव एवं आसपास के लोग बड़ी तादाद में फूलों की होली खेलने जाते हैं।
होली का फाग गायन भी होता हैं। फाग गायक फाग गाते हैं और मुलायम सिंह यादव उन्हें इनाम देते हैं। सैफई में होली मिलन की तैयारियां की गई। मुलायम सिंह यादव एवं अखिलेश यादव के आवास के बाहर होली खेलने एवं लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई। समाजवादी पार्टी में चल रही घरेलू कलह के बीच यह पहला मौका था। जब होली खेलने परिवार एक साथ सैफई में इकट्ठा हुआ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की तबियत खराब होने के कारण लखनऊ चले गए। इस मौके पर मंच पर पहुंते ही अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
होली कार्यक्रम में शामिल होने राष्ट्रीय महासचिव डॉ. रामगोपाल यादव के मौजूद नहीं थे। पोस्टर व बैनर में डॉ रामगोपाल यादव की फोटो न होने पर कायकर्ताओं ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है। अखिलेश यादव ने राम गोपाल की गैर मौजूदगी में कोई सफाई नहीं दी। चाचा शिवपाल के अपने साथ होने पर कहा कि हमें बड़ों का सम्मान करना चाहिए।
शिवपाल व अखिलेश का झगड़ा चंद घंटों का मेहमान
समाजवादी पार्टी से अध्यक्षी जाने के बाद अखिलेश यादव से नाराज चल रहे मुलायम सिंह यादव ने फिर इस बात को स्वीकार किया कि शिवपाल और अखिलेश का झगड़ा अब सिर्फ एक घंटे का रह गया है। जिस दिन हम तीनों बैठ जाएंगे, उस दिन झगड़ा खत्म हो जाएगा। सभी लोग पार्टी मजबूत करने को निकल पड़ेंगे। शिवपाल के कांग्रेस में जाने की चर्चाएं बेबुनियाद हैं। उन्होंने सैफई से लखनऊ रवाना होने से पहले कहा कि 2019 में सपा अकेले दम पर चुनाव लड़ेग
उन्होंने माना कि गठबंधन से पार्टी को नुकसान हुआ है। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अब वह समाजवादी पार्टी को काफी मजबूती प्रदान करने के लिए निकले हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। वह खुद की दम पर चुनाव लड़ेगे। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश में काबिज भाजपा सरकार ने जनता को छलने का काम किया है। बढ़ रही मंहगाई के चलते व्यापारी से लेकर आम आदमी कराह रहा है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से अभी लोकसभा तैयारियों में जुट जाएं और पार्टी को मजबूत करने का काम करें।