आजकल की महिलायें किसी भी क्षेत्र में मर्दों से पीछे नहीं हैं। और कुछ कामों में तो हमारी नारीजाती की प्रतिनिधियों ने मर्दों को कहीं पीछे छोड़ दिया है, और ज़रूरी नहीं कि ये काम सिर्फ घर कि चारदीवारी के अंदर ही होते हों। फिर चाहे ये मुक़ाबला झूठ बोलने का ही क्यों न हो। महिलायें वहाँ भी आगे निकल गयी हैं।
महिलाएं बोलती है इतना झूठ:
एक सर्वे के मुताबिक पांच महिलाओं में से चार महिलाएं हर रोज झूठ बोलती है। सर्वे में शामिल कुछ महिलाओं ने स्वीकार किया कि वे दिन में कम से कम 30 बार झूठ बोलती हैं। हालांकि इस झूठ के खेल में साफ रंग की महिलाएं ज्यादा आगे हैं। इसके मुकाबले सर्वे में पांच में से सिर्फ दो पुरुषों ने हर रोज झूठ बोलना स्वीकार किया।
क्यों बोलती है झूठ:
सर्वे में शामिल महिलाओं ने कहा कि लोगों की भावनाएँ आहत ना हो इसलिए वे सच बोलने से कतराती हैं। वहीं 55 फीसदी ने माना कि उनके झूठ बोलने का कारण दूसरे को बेहतर अहसास कराना है। वहीं 32 फीसदी चाहती हैं कि वे सच बोलकर किसी परेशानी में ना पड़े।
इसके अलावा चार में से एक महिला ने कहा कि जीवन बहुत उलझा हुआ है और बिना झूठ बोले ज़िंदा रहना बहुत ही मुश्किल है। अपनी बात को सही साबित करने और चेहरा बचाने को भी महिलाओं ने झूठ बोलने के आम कारणों में गिनाया।