पंचकूला में हुई हिंसा में पंजाब के लोगों और गाड़ियों की बरामदगी का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि फिलहाल हनीप्रीत से पूछताछ चल रही है और धीरे-धीरे सच्चाई और सामने आएगी। वीरवार को हनीप्रीत को बठिंडा के एक गांव में ले जाया गया है और पूछताछ के दौरान कुछ और भी खुलासा होने की उम्मीद है।
सेक्टर-छह स्थित पुलिस मुख्यालय में आला पुलिस अधिकारियों की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में ये जानकारियां दी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि इसमें हरियाणा पुलिस के अधिकारी की भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा कि पंचकूला हिंसा के दौरान पंजाब पुलिस की गाड़ियां बरामद हुईं जबकि वहां के आरोपियों की भी गिरफ्तारियां हुई हैं। इससे लगता है कि दाल में कुछ काला है, लेकिन पूछताछ के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ भी कहा जा सकता है।
सीएम ने पंजाब सरकार की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि फिलहाल पूछताछ चल रही है, ऐसे में कोई भी टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा। गौरतलब है कि डेरा प्रमुख को अदालत से भगाने की साजिश में पंजाब पुलिस के कमांडो की गिरफ्तारियां हुई हैं जबकि आठ कमांडो की गिरफ्तारियां अभी भी बाकी हैं।
कैप्टन ने हनीप्रीत के मामले में पंजाब पुलिस की साजिश संबंधी खट्टर के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख को सजा सुनाए जाने के बाद भड़की हिंसा से कानून-व्यवस्था की स्थिति भंग हो गई। उससे लोगों का ध्यान हटाने को मनोहर लाल अब ऐसी कोशिशें कर रहे हैं।
सीएम ने पंजाब सरकार या किसी भी संस्था के हनीप्रीत की गिरफ्तारी संबंधी पूरे घटनाक्रम में शामिल होने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब पुलिस के पास हनीप्रीत के बारे में कोई भी सूचना होती तो वह हरियाणा पुलिस के साथ सांझी जरूर की जाती।
हरियाणा पुलिस के कुछ अधिकारी कई दिन से जानते थे कि वह कहां है, पर उसे गिरफ्तार करने में असफल रहे। अपने अधिकारियों की भूमिका की जांच करने के बजाय मनोहर लाल सिर्फ पंजाब पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी ही कोशिश उन्होंने पंचकूला हिंसा के बाद की थी। सीएम ने मनोहर लाल के इस आरोप को भी खारिज किया कि पंजाब पुलिस, हरियाणा को खुफिया जानकारी देने में असफल रही।
उन्होंने कहा कि पंचकूला अदालत में सुनवाई से पहले ही पंजाब पुलिस सारी सूचनाएं सांझी करती रही है। हरियाणा सरकार उस पर कार्रवाई करने में असफल रही है। पंजाब पुलिस हनीप्रीत का पीछा नहीं कर रही थी क्योंकि वह यहां किसी भी केस में वांछित नहीं है। वहीं, उसे बचाने का भी कोई सवाल नहीं उठता। मनोहर लाल को चाहिए कि वह अपनी ऊर्जा इस मामले को सिरे तक ले जाने में लगाएं।
क्या कोई सबूत है : सिद्धू
निकायमंत्री नवजोत सिद्धू ने हनीप्रीत मामले में पंजाब के नेताओं की भूमिका को खारिज किया। उनसे पूछा गया कि कांग्रेस नेता हरमिंदर जस्सी पर हनीप्रीत को बचाने के आरोप हैं और हनीप्रीत जिस कार में थी, वह भी जस्सी की बताई जा रही है। इस पर सिद्धू ने कहा कि क्या कोई सबूत है। उन्होंने आरोपों को बेबुनियाद बताया।