बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर के ससुर हरीश अहूजा की कंपनी ‘शाही एक्सपोर्ट’ से करोड़ों की ठगी के मामले में फरीदाबाद पुलिस की साइबर टीम बारीकी से जांच में जुटी है। अभी तक की जांच में पता चला है कि देश की नामचीन करीब 15 कंपनियां इन साइबर ठगों के निशाने पर थीं, इनमें से करीब चार कंपनियों से फर्जी डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (डीएससी) के माध्यम से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके थे।
साइबर थाना प्रभारी बसंत ने बताया कि इस मामले में सभी मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसके बावजूद मामले की छानबीन जारी है। इसमें अभी और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। इसकी जांच की जा रही है। साइबर थाना पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि इन कंपनियों की डिटेल खंगाली जा रही है।
छोटा शकील का शूटर रह चुका है आरोपी
गिरफ्तार अभियुक्त संतोष ने पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे किए। वह आपराध की दुनिया बसाना चाहता था। इंस्पेक्टर बसंत के अनुसार, संतोष अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील का शार्प शूटर रह चुका है। इसके खिलाफ महराष्ट्र पुलिस द्वारा कार्रवाई भी की गई है। वह मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में अपनी अलग आपराधिक दुनिया बनाने के फिराक में था।
गौरतलब है कि सोनम कपूर के ससुर हरीश आहूजा से करीब 27 करोड़ रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ है। बताया जा रहा है कि हरीश आहूजा की फरीदाबाद स्थित कंपनी शाही एक्सपोर्ट फैक्टर से 27 करोड़ रुपए से ज्यादा की साइबर ठगी हुई है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
बताया जा रहा है किठगों ने रिबेट ऑफ स्टेट एंड सेंट्रल टैक्सेस एंड लेवीज (ROSCTL) लाइसेंस के जरिए इस ठगी को अंजाम दिया है। दरअसल, निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार कंपनीज को विशेष छूट देती है, जिसे ROSCTL लाइसेंस कहा जाता है। आम भाषा में इसे डिस्काउंट कूपन कहा जा सकता है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पता लगया कि हरीश की कंपनी के पास कितनी रकम के ROSCTL लाइसेंस हैं।