लखनऊ : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपनी सरकार के 6 महीने पूरे होने पर कार्यकाल का लेखा-जोखा पेश किया। सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि जनता को जवाब देना हमारी जिम्मेदारी है, इसलिए हम अपना पूरा लेखा-जोखा पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले यूपी में प्रशासन का मनोबल बुरी तरह टूट हुआ था, जो अब काफी हद तक बदल गया है।
सीएम आदित्यनाथ ने कहा, पिछले छह महीनों में प्रदेश की कानून व्यवस्था काफी हद तक सुधर गई है, जो लगभग जंगलराज बन चुकी थी। उन्होंने कहा कि 6 महीने में यूपी पुलिस ने 431 एनकाउंटर किए जिसमें 15 खतरनाक क्रिमिनल मार गिराए गए। सीएम ने कहा कि क्राइम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। योगी ने इन मुठभेड़ों में पुलिस के शहीद जवानों का भी जिक्र किया।
सीएम ने कहा कि जातिवाद ने प्रदेश के सामाजिक ताने-बाने के साथ विकास को भी रोक रका था, लेकिन हमारी सरकार में परिवारवाद और जातिवाद के लिए जगह नहीं है। उन्होंने बताया कि भूमाफियाओं पर की गई कार्रवाई में अब तक 35 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई है।
योगी ने किसानों की कर्ज माफी का ब्यौरा देते हुए कहा कि अब तक 86 लाख किसानों के फसली कर्ज को माफ किया गया है। सरकार ने किसानों के हित में काम किए हैं। गेहूं खरीद में पारदर्शिता बरती गई। धान खरीद में भी पारदर्शिता बरती जाएगी। हम लोगों ने गेहूं और धान क्रय की उचित व्यवस्था कर रहे हैं। आलू के लिए पहली बार प्रदेश में समर्थन मूल्य घोषित हुआ। 85 फीसदी से ज्यादा गन्ना किसानों के पैसे का भुगतान हो चुका है। नया सत्र शुरू होने से पहले शत प्रतिशत भुगतान कर दिया जाएगा।’
इससे पहले सोमवार को योगी सरकार ने पिछली सरकारों पर श्वेतपत्र पेश किया था। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉक्टर दिनेश शर्मा के अलावा सरकार के कई मंत्री मौजूद रहे। 24 पन्नों के इस श्वेतपत्र में पिछली अखिलेश यादव सरकार के साथ ही मायावती के कार्यकाल में घोटालों का आरोप लगाया गया था।