सचेंडी में फायर विभाग का एक सिपाही अपने घर पर अवैध शराब फैक्ट्री चला रहा था. इसका खुलासा शनिवार शाम पुलिस और आबकारी विभाग के छापे से हो गया. पुलिस को छापे में भारीमात्रा में प्रतिबंधित शराब, पैकिंग मशीन, रैपर समेत अन्य सामान बरामद हुआ है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी सिपाही और उसके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इससे पूर्व आबकारी विभाग ने एक देसी शराब ठेके में छापा मारकर प्रतिबंधित शराब बरामद की थी. पुलिस को देख सेल्समैन तो भाग गया, लेकिन टीम ने ठेका मालिक को पकड़कर जेल भेज दिया.
पुलिस देख भागा सेल्समैन
सचेंडी के ईश्वरीगंज में हीरा सिंह पुरवा निवासी शैलेंद्र सिंह का देसी शराब का ठेका है. शनिवार को आबकारी विभाग ने पुलिस टीम के साथ ठेके पर छापा मारा तो वहां पर प्रतिबंधित ब्रांड की शराब पिलाई जा रही थी. पुलिस को देखकर सेल्समैन लाल बहादुर तो भाग गया, लेकिन पुलिस ने ठेका मालिक शैलेंद्र को दबोच लिया. पुलिस पूछताछ में शैलेंद्र ने बताया कि वह कैंधा गांव निवासी पुष्पेंद्र से प्रतिबंधित शराब खराब खरीदता है. उसकी निशानदेही पर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने पुष्पेंद्र के घर पर छापा मारा तो वहां पर अवैध शराब फैक्ट्री चल रही थी. पुलिस को वहां से भारी मात्रा में अवैध शराब, पैकिंग मशीन, रेपर और उपकरण बरामद किए है.
पुलिस को मैनेज करने की कोशिश
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि पुष्पेंद्र फायर ब्रिगेड का जवान है और उसकी तैनाती माती में है. पुलिस ने पुष्पेंद्र और उसके बेटे राघवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद तीनों को कोर्ट में पेश कराकर जेल भेज दिया गया. पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने पुष्पेंद्र के घर पर छापा मारा तो पुष्पेंद्र ने स्टाफ का हवाला देकर पुलिस टीम को मैनेज करने की कोशिश की थी. उसने टीम को पैसे का लालच भी दिया, लेकिन उसकी दाल नहीं गल पाई. पुष्पेंद्र ने सिफारिश के लिए कई लोगों से फोन भी कराए, लेकिन पुलिस ने राहत देने से मना कर दिया.