टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज आज से केप टाउन में शुरू हो रही है। मेजबान टीम रेकॉर्ड के मामले में भले ही भारी पड़ रही हो, लेकिन वर्ल्ड नंबर वन की रैंकिंग पर मौजद विराट कोहली की टीम भी कम नहीं दिख रही है। आइए जानते हैं, उन खास वजहों के बारे में जो इस बार मेहमान टीम इंडिया के पक्ष में हैं…
भारतीय कप्तान विराट केाहली जब भी फॉर्म में होते हैं तो यही टीम बदली-बदली नजर आती है। वह मैदान पर सिर्फ स्कोर ही नहीं करते, बल्कि जब तक क्रीज पर होते हैं विपक्षी टीम के लिए खौफ भी बने रहते हैं। रन बनाने की भूख और कभी पीछे नहीं हटने वाला खिलाड़ी ही उन्हें कप्तान बेहतर कप्तान बनाता है। साउथ अफ्रीकी टीम के जेहन भी में भी इसी बात का खौफ होगा।
भुवनेश्वर, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह…। ये वो खिलाड़ी हैं, जो पेस से लेकर स्विंग तक में माहिर हैं। एक नजर में देखा जाए तो पिछले 85 सालों में यह कॉम्बिनेशन हर मामले में अब तक की बेस्ट बोलिंग अटैक है। वहीं दूसरी ओर, डेल स्टेन, मोर्ने मोर्कल, कैगिसो रबाडा और वर्नोन फिलेंडर ज्यादा मजबूत दिखते हैं, लेकिन अब इंडियन पेस बैटरी को भी कमतर नहीं आंका जा सकता है।
3. क्वालिटी बैट्समैन
बल्लेबाजी की बात करें तो मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का रेकॉर्ड विदेशी पिचों पर काफी आकर्षक है। वनडे के रेकॉर्ड किंग रोहित शर्मा भी जोरदार फॉर्म में हैं। देखा जाए तो अब तक साउथ अफ्रीका गई भारतीय टीमों से यह टीम इन्हीं बल्लेबाजों की वजह से अलग दिखाइ देती है।
टीम इंडिया के पास खतरनाक पेस बैटरी के अलावा आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में दो इंटरनैशनल स्पिनर भी हैं, जो किसी भी टीम पर भारी पड़ सकते हैं। ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और ऋद्धिमान साहा के रहने से दो अतिरिक्त बल्लेबाज भी भारत को मिल जाते हैं।
5. द. अफ्रीका इसलिए होगा परेशान
वहीं, साउथ अफ्रीका के पास अपनी परेशानी भी है। जहां टीम में एबी डिविलियर्स की वापसी हुई है तो इंजरी से लौटे डेल स्टेन फॉर्म में नहीं हैं। इस लिहाज से फॉर्म में चल रही भारतीय टीम का पलड़ा भारी दिख रहा है।
हेड टु हेड: साउथ अफ्रीका है भारी
दोनों टीमों के बीच साउथ अफ्रीका में अब तक 17 टेस्ट हुए हैं। 8 दक्षिण अफ्रीका के नाम रहा है, जबकि सिर्फ 2 में भारतीय टीम जीत हासिल कर सकी है। 7 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।