इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने प्रदेश में इलाहाबाद और गोरखपुर संसदीय सीटों पर हो रहे उपचुनावों में सपा और कांग्रेस का गठबंधन नहीं होने के लिए सपा की जिद को जिम्मेदार ठहराया है। अभिनेता से नेता बने बब्बर ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि एक दल ने उपचुनावों में एक भी प्रत्याशी नहीं उतारने को कहा।
कांग्रेस ने सपा से एक सीट पर अपना प्रत्याशी उतारने की बात कही तो सपा अध्यक्ष ने दोनों ही सीटों की मांग रखी। ऐसे में कांग्रेस को अपने प्रत्याशी को चुनाव मैंदान में उतारना पड़ा। बब्बर ने कहा कि फूलपुर लोकसभा सीट पर 11 मार्च को होने वाले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मनीष मिश्र प्रमुख दावेदार हैं।
उनकी जीत तय है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों से लगातार जनसंपर्क में उन्हें जनता का भरपूर समर्थन मिला है। उन्होंने वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को प्रमुख दल बताया और कहा कि सभी दलों को यह मान लेना चाहिए कि अगर गठबंधन होगा तो उसमें कांग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
वही दलों का नेतृत्व करेगी। उन्होंने बीजेपी सरकार में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विकास के नाम पर थोथा चना बाजे घना की कहावत चरितार्थ की जा रही है। जनता खुद ही विकास के बारे में जान चुकी है। वादा कर नहीं निभाने के गुण इन्हें बहुत अच्छी तरह से आता है।
कानून व्यवस्था की कहानी किसी से छिपी नहीं है। हाल ही में एक दलित छात्र की इलाहाबाद में हत्या और उसके 15 दिनों बाद ही उन्नाव में एक किशोरी पर मिट्टी का तेल डालकर फूंक देना आदि घटनाए प्रदेश की सुदृढ कानून व्यवस्था की कहानी खुद ही बयान करती है।
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