हरिद्वार: प्रख्यात अभिनेत्री श्रीदेवी वर्ष 1993 में हरिद्वार आईं थी। गंगा पूजन के बाद उन्होंने तीर्थ पुरोहितों से दोबारा आने की इच्छा व्यक्त की, लेकिन उनकी यह तमन्ना अधूरी ही रह गई। दक्षिण भारत से आने वाले तीर्थ यात्रियों के पुरोहित गोविंद शास्त्री श्रीदेवी को याद कर बताते हैं कि वर्ष 1993 की गर्मियों में एक बार श्रीदेवी हरिद्वार आईं थीं।
तब उन्होंने गोविंद शास्त्री से गंगा पूजन कराने का आग्रह किया। शास्त्री के अनुसार इस दौरान उन्होंने हिंदी सिनेमा के अपने सफर, परिजनों के स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की थी। शास्त्री बताते हैं गंगा के सौंदर्य से अभिभूत श्रीदेवी ने उनसे कहा था कि यह अद्भुत नगरी है। अभी समय कम है, लेकिन कभी वक्त निकालकर एक बार फिर अवश्य आएंगी।
वह बताते हैं कि चार साल पहले अभिनेता अनिल कपूर बोनी कपूर की पहली पत्नी की अस्थियां विसर्जित करने ऋषिकेश आए थे। उस वक्त बोनी और श्रीदेवी के आने की भी चर्चा थी। हालांकि तब वे दोनों यहां नहीं आए थे। तीर्थ पुरोहित गोविंद शास्त्री ने बताया कि यदि परिजन उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार आते हैं तो विधि-विधान के साथ सभी कर्म हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर संपन्न कराए जाएंगे। हालांकि अभी कपूर परिवार की ओर से उनसे किसी ने संपर्क नहीं साधा है।
शूटिंग के लिए आईं थीं दून
वर्ष 1989 में फिल्म फरिश्ते की शूटिंग के लिए श्रीदेवी दून आईं थीं। इसमें अभिनेता विनोद खन्ना उनके को-स्टार थे। फिल्मों के जानकार और फिल्म सेंसर बोर्ड के पूर्व सदस्य डॉ. आरके वर्मा बताते हैं कि तब देहरादून के वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) के परिसर में फिल्म के कुछ दूश्य फिल्माए गए थे। उन दिनों श्रीदेवी को लेकर लोगों की दीवानगी इस कदर थी कि सुबह से एफआरआइ के सामने भीड़ लग जाती थी और पुलिस को प्रशंसकों को दूर रखने में खासा पसीना बहाना पड़ता था।