जयललिता के निधन के बाद AIADMK में उनकी राजनीतिक विरासत को लेकर जंग छिड़ी हुई है।
ज्यादातर नेता जया की करीबी सहयोगी शशिकला के हाथ में पार्टी की बागडोर सौंपने के पक्ष में हैं, लेकिन पार्टी से निलंबित राज्यसभा सांसद शशिकला पुष्पा इसके खिलाफ है। बुधवार को AIADMK मुख्यालय के बाहर शशिकला पुष्पा के वकीलों की पिटाई हो गई। उनके 4 वकील पार्टी मुख्यालय में एक पत्र देने पहुंचे थे तभी AIADMK कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई कर दी।शशिकला पुष्पा के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि उनके वकीलों के साथ मारपीट करने वाले शशिकला के सहयोगी थे। हालांकि, AIADMK की प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने शशिकला पुष्पा के समर्थकों के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने हमारे सहयोगी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाऊ’ से बातचीत में शशिकला पुष्पा पर ही हमला बोला। उन्होंने पूछा कि शशिकला पुष्पा कौन हैं? वह तो पार्टी की सदस्य भी नहीं हैं।
दरअसल जयललिता के निधन के बाद उनकी करीबी सहयोगी शशिकला का पार्टी महासचिव बनना तय माना जा रहा है। AIADMK में महासचिव का पद सबसे बड़ा होता है। शशिकला पुष्पा नहीं चाहती हैं कि शशिकला पार्टी की महासचिव बनें। उन्होंने ऐलान कर रखा है कि शशिकला के खिलाफ महासचिव पद के लिए वह चुनाव लड़ेंगी। राज्यसभा सांसद शशिकला पुष्पा को खुद जयललिता ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित किया था।