चंडीगढ़। सुप्रीम कोर्ट के हाइवे के 500 मीटर के दायर में शराबबंदी के फैसले के बाद पंजाब सरकार ने प्रभावित शराब कारोबारियाें को राहत देने के लिए नया रास्ता निकाला है। पंजाब सरकार ने सात स्टेट हाइवे के बाईपास को डी-नोटीफाई कर उनको शहर की सड़कों का हिस्सा बना दिया है।
यह कदम राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गो संबंधी केंद्र सरकार की नीति के अनुसार उठाया गया है जिसमें बाईपास रास्तों को राष्ट्रीय राजमार्गो से अलग रखा गया है और उनको शहरों के सड़कीय ढांचे का हिस्सा बनाया गया है।
यहां जारी आदेश में पंजाब सरकार ने कहा कि वे राज्यीय राजमार्ग, जहां शहरों से भीड़ हटाने के लिए बाईपास बनाए गए हैं, अब राज्यीय राजमार्ग में शामिल नहीं किए जाएंगे। इन सड़कों को पंजाब सरकार के लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव द्वारा जारी आदेश अनुसार डी- नोटीफाई किया गया है।
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उल्लेखनीय है कि सरकार ने यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शराब ठेकों से प्राप्त होने वाले राजस्व को पहुंच रहे नुकसान से बचाने के लिए लिया है। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश सरकार यह कदम उठा चुकी है जबकि हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड की सरकार भी इसी रास्ते को अपनाने जा रही है।
पहले ही अलग हैं कुछ बाईपास
सरकार ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय राजमार्गो संबंधी केंद्र की मौजूदा नीति अनुसार कुछ बाईपास रास्तों को पहले ही राजमार्गो से अलग किया जा चुका है। ये रास्ते निम्न हैं-
-शंभु-लुधियाना-जालंधर-अमृतसर से वाघा सीमा सेक्शन एनएच-1 (लुधियाना बाईपास, जालंधर बाईपास, अमृतसर बाईपास) तक
-पठानकोट-अमृतसर-मक्खू-फरीदकोट-बठिंडा-मलोट-अबोहर-गंगानगर से राजस्थान सीमा सेक्शन एनएच-15 (दीनानगर बाईपास, धारीवाल बाईपास, बटाला बाईपास, कत्थूनंगल बाईपास, वेरका बाईपास, अबोहर बाईपास) तक।
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-एनएच 64 के जीरकपुर-पटियाला-संगरूर-बठिंडा सेक्शन (पटियाला बाईपास, धनौला बाईपास, संगरूर बाईपास)
-फगवाड़ा-बंगा-नवांशहर-बलाचौर-रोपड़ एन एच 344-ए (फगवाड़ा बाईपास)
-एनएच 95 के खरड़-समराला-लुधियाना-फिरोज़पुर सड़क सैक्शन (मोरिंडा बाईपास)।
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ये मार्ग हुए डीनोटीफाई
जिन सड़कों को अभी लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव द्वारा डी- नोटीफाई किया गया है, वे हैं-
-होशियारपुर-चंडीगढ़ (होशियारपुर शहर का हिस्सा)
-बलाचौर-गढ़शंकर (बलाचौर शहर का हिस्सा)
-मोगा-कोटकपूरा (मोगा शहर का हिस्सा)
-मोगा-हरिके (मोगा शहर का हिस्सा)
-गगन चौक से लिबर्टी चौक (राजपुरा शहर का हिस्सा)
-जेसीएस सेवीयर स्कूल से भैरोंपुर सरहिंद चुन्नी सड़क (सरहिंद शहर का हिस्सा)
-मलिकपुर चौक से डलहौजी बाईपास (पठानकोट शहर का हिस्सा)।
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निर्माणाधीन भी होंगे अलग
15 राष्ट्रीय मार्ग ऐसे हैं जिन पर 2017-18 में बाईपास शुरू होने की उम्मीद है। ये राजमार्गों के क्षेत्र से बाहर आ जाएंगे। ये मार्ग हैं-
-पठानकोट-अमृतसर-मक्खू-फरीदकोट-बठिंडा-मलोट-अबोहर-गंगानगर से राजस्थान सेक्शन एनएच 15 (अमृतसर बाईपास, नौशहरा बाईपास, हरिके बाईपास, जीरा बाईपास, तलवंडी भाई बाईपास, मुद्दकी बाईपास, फरीदकोट और कोटकपूरा बाईपास)
-जीरकपुर-चंडीगढ़-रोपड़ से एन एच-21 के हिमाचल सीमा सेक्शन तक (कुराली बाईपास)
-फगवाड़ा-नवांशहर-बलाचौर-रोपड़ एन एच-344 ए (नवांशहर बाईपास)
-खरड़-लुधियाना-फिरोज़पुर एन एच 95 (समराला बाईपास)।
-जालंधर-मोगा-बरनाला-संगरूर-पातड़ा-खन्नौरी-नरवाणा-रोहतक से एन एच-71 के हरियाणा सीमा सेक्शन तक (नकोदर बाईपास, शाहकोट बाईपास, धर्मकोट बाईपास, जलालाबाद बाईपास, बरनाला बाईपास)