आगरा। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने लव जेहाद के बाद अब हिंदुओं की जमीन खरीद के मामले को भी जेहाद मान लिया है। विहिप अगले साल से इस पर रोक लगाने के लिए विशेष कदम उठाएगी। संगठन की गुरुवार को सरस्वती शिशु मंदिर सुभाष पार्क में हुई संयुक्त बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया।
प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पाराशर ने किसी संप्रदाय का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा साफ था। उन्होंने कहा कि एक समुदाय विशेष हिंदू बस्तियों में कब्जा कर रहा है। वहां हिंदुओं को मकान बेचने के लिए इस तरह व्यूह रचना की जाती है कि वह बस्ती छोड़कर जाने को मजबूर हो जाएं। अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए जनवरी से विशेष अभियान चलाने की घोषणा की गई, इसकी रूपरेखा बाद में आउट की जाएगी।
इससे पहले विहिप और उसके सहयोगी संगठन लव जेहाद पर भी लगातार आक्रामक रुख अख्तियार करते रहे हैं। विहिप का यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि पूर्व में विहिप आगरा के कई क्षेत्रों से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठा चुकी है। उसका आरोप रहा है कि कुछ बस्तियों में हिंदू अल्पसंख्यक होने के बाद वहां से पलायन कर चुके हैं। विहिप ने कुछ साल पहले इनकी सूची भी जारी की थी।
नई कॉलोनियों में शहीद नगर
विहिप सूत्रों के अनुसार जटपुरा लोहामंडी, ईदगाह की बस्तियों सहित कई जगह जमीन जेहाद चल रहा है। नई कॉलोनियों में शहीद नगर को विहिप निशाने पर मान रही है।