महाराष्ट्र बंद के दौरान राज्यभर में कई स्थानों पर बुधवार को तोड़-फोड़ हुई। सरकारी प्रॉपर्टी को भारी नुकसान पहुंचा है। रेलवे, बेस्ट और राज्य परिवहन ने गुरुवार को उपद्रवियों की तरफ से की गई तोड़-फोड़ के कारण हुए आर्थिक नुकसान का आकलन किया। मध्य रेलवे को सबसे ज्यादा 2.5 करोड़ का नुकसान हुआ है, जबकि सबसे ज्यादा महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) को लगभग 20 करोड़ रुपये की क्षति हुई।
बुधवार को महाराष्ट्र बंद के कारण जहां राज्य परिवहन को भारी नुकसान हुआ है, वहीं मुंबई उपनगरीय रेलवे स्टेशनों पर प्रॉपर्टी को क्षति पहुंचाई गई। मध्य रेलवे के सूत्रों के अनुसार, कांजुरमार्ग और डोंबिवली स्टेशन पर हुई तोड़-फोड़ के कारण 15 लाख रुपये की क्षति हुई। 110 ट्रेनें रद्द होने के कारण कमाई पर भी असर हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि 3 जनवरी 2017 को उपनगरीय रेलवे से 5.19 करोड़ की कमाई हुई थी, जबकि बुधवार को केवल 2.84 करोड़ रुपये की कमाई हुई। इस लिहाज से मध्य रेलवे को लगभग 2.35 रुपये का नुकसान हुआ।
पुलिस का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है सरकार : शिवसेना
सरकार की सहयोगी शिवसेना ने भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर फडणवीस सरकार की जमकर खिंचाई की है। पार्टी ने फडणवीस सरकार पर तंज कसा है कि वह सरकारी मशीनरी तथा पुलिस का इस्तेमाल चुनाव लड़ने के अलावा दूसरे अन्य कामों के लिए करें। सरकार को बाहरी दुश्मनों से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। पार्टी ने संपादकीय में कहा कि राज्य में ऐसी-ऐसी घटनाएं हो रहीं हैं, जो फडणवीस सरकार की क्षमताओं पर उंगली उठातीं हैं।
आंदोलन के बाद गिरफ्तारियां
बुधवार को दलित संगठनों की तरफ से बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के दौरान ठाणे पुलिस आयुक्तालय परिसर में तोड़-फोड़ और हंगामा करने के मामले में अब तक कुल 962 आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें से 51 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी के खिलाफ विभिन्न 23 मामले दर्ज किए गए हैं। भिवंडी में 61, कल्याण में 7, डोंबिवली में 94 और कासरवडवली पुलिस स्टेशन में 800 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। गुरुवार सुबह भी दलित पैंथर के कुछ कार्यकर्ताओं ने ठाणे स्टेशन पर रेल रोकने की कोशिश की। इस मामले में रेलवे पुलिस ऐक्ट के तहत 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।