चंडीगढ़। पंजाब में अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल उठाना आने वाले समय में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू व राज्यसभा मेंबर प्रताप सिंह बाजवा को महंगा पड़ सकता है। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार कैप्टन व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सारा मामला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से उठाया है। हालांकि, जाखड़ इससे इन्कार कर रहे हैं।
एकजुटता का पाठ पढ़ाने के लिए राहुल लेंगे पंजाब लीडरशिप की क्लास
राहुल गांधी की टीम के एक सदस्य ने बताया कि मीटिंग के दौरान कैप्टन और जाखड़ ने बाजवा और सिद्धू की पार्टी से बाहर जा कर की जा रही बयानबाजी पर लगाम लगाने और इस पर नोटिस लेने की मांग की। सूत्रों के मुताबिक राहुल ने कैप्टन, जाखड़ व पंजाब प्रभारी आशा कुमारी को कहा है कि वे जल्द ही दिल्ली या पंजाब में मंत्रिमंडल विस्तार से पहले पंजाब की सीनियर लीडरशिप की एक साझा मीटिंग करेंगे। इसमें सभी नेताओं विचार सुने जाएंगे। यह मीटिंग फरवरी के आखिरी हफ्ते या मार्च के पहले हफ्ते बुलाई जाएगी।
विरोधियों को मिल रहा मुद्दा
कैप्टन और जाखड़ ने बाजवा द्वारा पिछले महीने मीडिया में सरकार की कार्यप्रणाली के संबंध में दिए इंटरव्यू और बयानों का हवाला देते हुए राहुल गांधी को बताया कि इससे पार्टी की छवि खराब होती है और विरोधियों को बैठे बिठाए मुद्दा मिल जाता है। यदि बाजवा को कोई गिला शिकवा है तो वे हाईकमान के पास पार्टी स्तर पर अपनी बात रखें।
बैठक में पार्टी का अनुशासन भंग करने वालों पर लगाम लगाने पर जोर दिया गया। पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने भी कैप्टन और जाखड़ के सुर में सुर मिलाते हुए बाजवा व सिद्धू की ओर से सार्वजनिक तौर पर व मीडिया में सरकार पर की गई टिप्पणियों के बारे में राहुल गांधी को जानकारी दी।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
करीब 40 मिनट चली मीटिंग में मिशन-2019 के तहत पंजाब कांग्रेस के ढांचे का पुनर्गठन करना, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का अधिवेशन पंजाब में कराने की पेशकश के अलावा सरकार के कैबिनेट विस्तार में संभावित नामों पर भी विचार किया गया।
राहुल ने दी एकजुटता की नसीहत
मीटिंग के दौरान राहुल गांधी ने मिशन-2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पंजाब लीडरशिप को एकजुट रहने की नसीहत दी। राहुल ने स्पष्ट किया कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए पंजाब लीडरशिप को आपसी मतभेद दूर कर इकट्ठा होकर चलना होगा।
जाखड़ ने किया इन्कार
मीटिंग में बाजवा और सिद्धू के मसलों पर चर्चा के सवाल पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने साफ इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि मीटिंग में पार्टी के पुनर्गठन और पार्टी की मजबूती के विषय पर बातचीत हुई। मीटिंग में दो-तीन ही एजेंडे थे। एक सवाल के जवाब जाखड़ ने कहा कि बाजवा के मामलों में हाईकमान ख़ुद विचार करेगा। इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।