नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच वहाँ फँसे भारतीय स्टूडेंट्स को रेस्क्यू करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों की कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जमकर प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि विदेश नीति ऐसी ही होनी चाहिए। दरअसल, यूक्रेन से स्टूडेंट्स को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में गुरुवार (3 मार्च 2022) को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी और शशि थरूर के साथ ही विभिन्न दलों के नेता शामिल थे।
इस बैठक के बाद थरूर ने कहा कि यूक्रेन पर विदेश मामलों की सलाहकार समिति की सर्वदलीय बैठक में जयशंकर ने विपक्षी पार्टियों के सवालों एवं चिंताओं के स्पष्ट जवाब दिए। इसके लिए विदेश मंत्री को धन्यवाद देते हुए थरूर ने मोदी सरकार की विदेश नीति की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश की विदेश नीति इसी रफ़्तार से चलनी चाहिए। थरूर ने कहा कि राष्ट्रीय हितों के मुद्दों पर ‘भारत सर्वप्रथम की नीति’ के तहत पक्ष-विपक्ष एकजुट हो जाते हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहने की भारत की नीति का कांग्रेस के सांसदों ने समर्थन किया।
वहीं, राहुल गाँधी ने इस बैठक में चीन और पाकिस्तान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ये दोनों देश रूस के नजदीक आ रहे हैं, किन्तु अभी देश की प्राथमिकता यूक्रेन से स्टूडेंट्स को निकालना है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिक्रिया में देर हुई और एडवाइजरी भ्रमित कर रही थी। अब इस संकट में साथ मिलकर काम करने की जरूरत है।