बठिंडा। पिछले साल 31 जनवरी को मौड़ मंडी में चुनावी रैली के दौरान हुए बम ब्लास्ट मामले में पुलिस जेल में बंद डेरा प्रमुख राम रहीम से भी पूछताछ कर सकती है। डीजीपी काउंटर इंटेलीजेंस ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो राम रहीम को भी जांच के दायरे में लिया जाएगा। वहीं शुक्रवार को पुलिस ने मौड़ मंडी ब्लास्ट में एक साल नौ दिन बाद दो आरोपियों को नामजद किया है।
अमरीक सिंह व गुरतेज काला पर केस दर्ज कर लिया गया है। डीआइजी रनबीर सिंह खटड़ा ने बताया कि चारों गवाहों के अदालत में बयान देने के बाद पुलिस ने आरोपी गुरतेज काला व अमरीक की तलाश शुरू कर दी है। गुरतेज काला वर्कशॉप में गाड़ी लेकर आया था और यह भी हो सकता है कि अमरीक ने बम तैयार किया हो। गुरतेज काला हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला है, जबकि अमरीक सिंह मानसा जिले से संबंधित है।
वहीं, मानसा जिले के गांव मीरपुर के नारायण सिंह ने सरदूलगढ़ से ले जाकर ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई कार का सामान बदला था। नारायण ङ्क्षसह पिछले 18 साल से डेरे में ही रह रहा था। 25 अगस्त से काम बंद हो जाने के बाद व अपने बेटे को सिरसा में दुकान खुलवाना चाहते थे। वहां पर दुकान काम चल रहा था कि वह छत से गिर गया था। पिछले मंगलवार को उसकी मौत हो गई थी।
राम रहीम को सजा के बाद से बंद थी डेरे की वर्कशॉप
25 अगस्त 2017 को राम रहीम को साध्वियों से दुष्कर्म मामले में सजा होने के बाद से डेरे की वर्कशॉप बंद थी। इसके बाद वहां काम करने वाले मुलाजिमों ने दिल्ली रोड पर ऑटो विंग्ज वर्कशॉप खोल ली। डेंटर डेरे की वी वर्कशॉप में काम करते थे, जिसमें वीवीआइपी किस्म के वाहनों का काम किया जाता था।
गवाह खुद आए पुलिस के पास
तलवंडी साबो अदालत में पुलिस ने जिन चार गवाहों को पेश किया था, वे खुद पुलिस के पास आए थे। डीआइजी रनबीर ङ्क्षसह खटड़ा ने माना कि चारों गवाह खुद पुलिस के पास आए थे। वे पहले मानसा पहुंचे फिर वहां से मौड़ मंडी थाना गए। थाने में उन्होंने कार की शिनाख्त की, जिसमें विस्फोट हुआ था।
हालांकि, डीआइजी ने कहा कि पुलिस भी हरियाणा के सिरसा क्षेत्र में गई थी और वहां उन्हें काफी सुराग मिले थे। जहां से इन लोगों ने स्पेयर पार्ट खरीदे थे, वहां तक पुलिस पहुंच गई थी। डेंटर ने पुलिस को बताया कि यह वही गाड़ी है, जिसको उसने लाल रंग से सफेद रंग पेंट किया था, जबकि सप्लायर ने बताया कि उनसे ही ये पुराने मॉडल की कार में नई सीटें लगाई थीं।