नई दिल्ली: जैसा कि हम सभी जानते ही हैं कि मोदी सरकार को आए हुए चार साल हो गए हैं. ऐसे में आए दिन मोदी जी जनता की भलाई को लेकर कोई ना कोई बड़ा कदम उठाने में लगे हुए हैं. इस बात में कोई दो राय नहीं है कि भारत में आज तक कितनी सरकारें आई और गईं, लेकिन कोई भी मोदी सरकार जैसे चर्चा नहीं बटौर सकी. नरेन्द्र सिंह मोदी एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अपनी कुर्सी पर बैठते ही पूरे देश में बवाल मचा दिया. मोदी सरकार का नोटबंदी का फैसला आज भी पूरा भारत मानता आ रहा है. नरेन्द्र मोदी अक्सर देश की भलाई के लिए तरक्की के नए रास्ते खोजने में लगे ही रहते हैं. अभी हाल ही में मोदी सरकार को लेकर एक नया खुल्लासा सामने आया है. अब नरेंद्र मोदी नोटबंदी के बाद एक बार फिर से कुछ नया करने जा रहे हैं.
दरअसल, नोटबंदी के बाद भारत देश में कईं लोगो का काला धन बर्बाद हो चुका है. सरकार द्ववारा लिए गए इस फैसले ने भारत देश में जहाँ एक तरफ लोगों को बैंको की लाइन में लगने को मजबूर किया, वहीँ कईं लोगों को अपना ही पैसा जलाने को और फेंकने पर मजबूर कर दिया. अब एक बार फिर से मोदी सरकार “सिक्काबंदी” का अहम फैसला लेने जा रही है. अब देखना ये है कि नोटबंदी के बाद अब ये सिक्काबंदी किन लोगों की पोल खोलेगा.
मोदी सरकार के सिक्काबंदी के फैसले से पूरे भारत देश में हडकंप मचने वाला है. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि नरेन्द्र मोदी बहुत ही जल्द सिक्काबंदी का ऐलान करने वाले हैं. दरअसल, केन्द्र सरकार नोटबंदी के बाद अब ‘सिक्काबंदी’ करने की तैयारी में है. केवल इतना ही नहीं बल्कि, नोएडा, मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में सिक्कों का प्रोडक्शन बंद हो गया है. आरबीआई से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि बीते मंगलवार से ही उन्होंने सिक्को का प्रोडक्शन को बंद कर दिया है. अब जिन लोगों के पास भरी मात्रा में सिक्के हैं, उन्हें बहुत ही जल्द मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद अब सिक्का बंदी का फैसला इस तर्क में लिया है कि जब से नोटबंदी हुई है, आरबीआई में भारी मात्रा में सिक्के उबलब्ध हो रहे हैं. ऐसे में कोई भी व्यापारी इन सिक्को को लेना नहीं चाहता. फिलहाल, आपको हम बता दें कि नारेन्द्र सिंह मोदी ने आरबीआई को सिक्के बनाने से रोक दिया है. और जब तक सरकार आरबीआई ओ आदेश नहीं देगी, तब तक सिक्को की प्रोडक्शन बंद ही रहने वाली हैं.
अभी नोटबंदी के फैसले से भारत देश उबरा नहीं था, और अब अचानक से मोदी सरकार का सिक्को संबंधी से फैसला आम जनता को काफी प्रभावित करने वाला है. जहाँ कुछ लोग इस सिक्काबंदी की पैरवी कर रहे हैं, वहीँ अन्य लोग इस फैसले को वक्त की बर्बादी बता रहे हैं.