इस जगत में केवल मां ही एक ऐसी है जिसके साथ कोई स्वार्थ नहीं जुड़ा होता। वह बहुत ही निर्मल व निःस्वार्थ भाव से अपने बच्चे का ध्यान रखती है। यदि बेटा मां की कोई इच्छा पूरी न कर सका हो तो उस पर रूठती भी नहीं। वह मरते दम तक अपने बच्चों के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर देती है। मां की ममता की मिसाल पेश करने वाला ऐसा ही एक मर्मिक मामला सामने आया है। इसे पढ़कर आपकी आंखे भर आएंगी…